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इस्लाम धर्म का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार ईद उल अजहा (बकरीद) रविवार को पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनाया गया
बेगूसराय। इस्लाम धर्म का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार ईद उल अजहा (बकरीद) रविवार को पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनाया गया। नमाज को लेकर पूर्व निर्धारित समय से पहले ही तमाम सामूहिक नमाज स्थलों पर मुस्लिम भाइयों की भीड़ जुटने लगी थी, बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक नए उत्साह के साथ शामिल हो रहे थे। तमाम मस्जिद सहित जगहों पर अकीदत के साथ ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज अदा की गई। इसके बाद लोगों ने गला मिलकर बकरीद की बधाई दी। इस दौरान इमाम ने समाज और देश के अमन एवं शांति के लिए दुआएं मांगी ।
इसके साथ हीआपसी भाईचारा के साथ- साथ कोरोना से हिफाजत के लिए भी अल्लाह से दुआ की गई। जिला मुख्यालय के गांधी स्टेडियम में बकरीद की सामूहिक नमाज अदा की गई। इस दौरान काफी संख्या में नमाजी जुटे तथा मौलाना के नेतृत्व अकीकत किया। मौलाना ने कहा कि इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार बकरीद (ईल-उल-अजहा) का पर्व 12वें महीने की दस तारीख को मनाया जाता है। इस दिन मुसलमान भाई बकरीद नमाज के बाद बकरे की कुर्बानी देते हैं। कुर्बानी के मीट को तीन हिस्सों में बांट दिया जाता है, जिसमें से पहला हिस्सा फकीरों में और दूसरा हिस्सा रिश्तेदारों में और तीसरा हिस्सा घर में पकाकर खाया जाता है। दूसरे बकरीद को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये है।
समाहरणालय परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष एक्टिव रहने के साथ-साथ करीब तीन सौ जगहों पर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बलों को तैनात किया गया है। तमाम अधिकारी भी लगातार गश्त कर रहे हैं, सोशल मीडिया टीम सर्विलांस में जुटी हुई है। गांधी स्टेडियम में सुबह से ही सदर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी डटे हुए थे तथा स्टेडियम में सिर्फ नमाज अदा करने वालों को ही प्रवेश करने दिया जा रहा था।
Rani Sahu
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