गोपालगंज न्यूज़: जिले के सरकारी अस्पतालों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए. ब्लॉक मोड़ पर स्थित पीएचसी के कर्मियों ने जागरूकता रैली निकाली. जिले के सिधवलिया,बैकुंठपुर,पंचदेवरी,थावे,उचकागांव बरौली एवं मांझा प्रखंड के कई विद्यालयों एवं स्वास्थ्य संस्थानों में भी जागरूकता रैली निकाली गई.
सिधवलिया के कुशहर मध्य विद्यालय ,बैकुंठपुर के करसघाट, मांझा के पथरा में नेटवर्क सदस्य रीना देवी द्वारा स्कूली बच्चों की रैली निकाली गयी. मलेरिया से बचाव की जानकारी ग्रामीणों को दी गयी. कार्यक्रमों में आशा फैसिलेटर, एनएनएम एवं सीएचओ शामिल रहीं. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुषमा शरण ने बताया कि मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है. हर वर्ष विश्व मलेरिया दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा एक थीम जारी किया जाता है.
विशेषज्ञ बाले- चार प्रकार की होती है मलेरिया
संक्रमण के 65 प्लाजमोडियम वाइवैक्स तथा 35 प्रतिशत प्लाजमोडियम फैल्सीपैरम के कारण होता है. छोटे बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं में इस रोग के प्रति प्रतिकार क्षमता काफी कम होती है. इसके कारण माता का मृत्यु,मृत शिशुओं का पैदा होना,नवजात शिशुओं का वजन अधिक या कम होना एक प्रमुख समस्या है. इसे रोकने के लिए गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व मलेरिया की जांच की जाती है. उन्होंने बताया कि मलेरिया के परजीवी चार प्रकार के होते हैं. जिसमें प्लाज्मोडियम वीवेक्स एवं प्लाज्मोडियम फालसिफेरम टाइप के परजीवी पाए जाते हैं. यह बीमारी मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होती है. जब यह मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है,तो खून के साथ प्लाज्मोडियम उसके शरीर में आ जाता.