फायर सेफ्टी सिस्टम के लिए विभाग की ओर से चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
मुंगेर: लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए फायर सेफ्टी सिस्टम का होना जरूरी है, लेकिन कई स्कूलों, नर्सिंग होम सहित कई संस्थानों में आग बूझाने के पुख्ता इंतजाम नहीं है. जिले के फायर ब्रिगेड विभाग की ओर से 2023 में ऑडिट किए गये 276 में मात्र 5 संस्थानों ने सभी शर्तो को पूरा कर फायर सेफ्टी एनओसी लिया है. बिना एनओसी वाले संस्थानों को एनओसी लेने के लिए विभाग की ओर से नोटिस दी जा रही है. इसके बाद भी ऐसे संस्थान गंभीर नहीं है. फायर सेफ्टी की अनदेखी भारी पर सकती है. पूर्व में फायर सेफ्टी की अनदेखी से शहर में अगलगी की बड़ी घटना हो चुकी है.
जिले में तीन फायर स्टेशन आग पर काबू पाने लिए जिला मुख्यालय सहित तारापुर एवं हवेली खड़गपुर में फायर स्टेशन है. मुंगेर मुख्यालय स्थित फायर स्टेशन में तीन बड़ी, एक मीडियम एवं एक छोटी गाड़ियां है. इसके अलावा मुफस्सिल, कासिम बाजार, धरहरा, नयारामनगर, जमालपुर एवं बरियारपुर थाना में एक-एक छोटी गाड़ियां है.
इन इलाकों में आग लगने की स्थिति में छोटी गाड़ियों में पानी कम रहने से परेशानी होती है. भीषण आग लगने की स्थिति में मुख्यालय से दमकल पहुंचने में काफर समय लग जाता है.
● फायर ब्रिगेड विभाग की ओर से 276 संस्थानों का किया गया था ऑडिट
● बिना एनओसी लिए संस्थानों को विभाग का दिया जा रहा नोटिस
पानी के लिए 34 हाईड्रैंड चिह्नित: दमकल में आपात स्थिति में पानी भरने के लिए फायर ब्रिगेड विभाग की ओर सरकारी एवं गैर सरकारी 34 हाईड्रैंड को चिन्हित किया गया है. इसके अलावा जिले के विभिन्न स्थानों में 170 जलश्रोत को भी चिन्हित किया गया है, ताकि आपात स्थिति में दमकल में पानी भरा जा सके.