बिहार

ऑटो की बिक्री घटी, ई-रिक्शा की बढ़ी

Admin Delhi 1
20 May 2023 9:00 AM GMT
ऑटो की बिक्री घटी, ई-रिक्शा की बढ़ी
x

भागलपुर न्यूज़: जिले में तेजी से स्थानीय सवारी वाहनों के रूप में लोग ई-रिक्शा का प्रयोग कर रहे हैं. यही वजह है कि अब सड़कों पर सिर्फ लंबी दूरी जाने के लिए ही कुछ ऑटो चल रहे हैं. अन्यथा ऑटो की जगह सवारी ढोने के लिए ई-रिक्शा में लोग ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं. यही वजह है कि पिछले चार वर्षों में ई-रिक्शा की बिक्री में अप्रत्याशित वृद्ध हुई है.

2019 से लेकर 2023 तक कुल 3202 ऑटो रजिस्टर्ड हुए हैं. इसमें 2019 में 1492, 2020 में 963, 2021 में 365, 2022 में 305 और 2023 तक 77 ऑटो शामिल हैं. जबकि पिछले चार सालों में ऑटो की संख्या से दोगुने से ज्यादा संख्या में ई-रिक्शा रजिस्टर्ड है. इसकी संख्या 2023 तक कुल 9514 है. इसमें 2019 में 874, 2020 में 1149, 2021 में 1943 और 2022 में 4174 ई-रिक्शा शामिल है. जबकि 2023 में तक 1376 ई-रिक्शा रजिस्टर्ड हुई है.

इस आंकड़ों से हम ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या के बारे में सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं. शुरुआती वर्षों में ई-रिक्शा की काफी कम बिक्री हुई, लेकिन इससे हो रहे फायदे के कारण ही लोगों ने खरीदना शुरू किया. इस कारण शहर के प्रत्येक हिस्से-गली आदि में ई-रिक्शा की भरमार लगी रहती है. चौक-चौराहों पर भी ट्रैफिक पुलिस ई-रिक्शा की भीड़ को नहीं रोक पाती है. उन लोगों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि इसके लिए शहर में जगह तय नहीं है.

जुर्माना वसूलने में छूटते हैं पसीने यदि ट्रैफिक पुलिस ई-रिक्शा को ओवरटेक, नो पॉर्किंग आदि में पकड़ती है तो उनसे जुर्माना वसूलने के प्रावधान हैं. जब वे लोग मौके पर जुर्माने की राशि नहीं भरते हैं तो उनके वाहनों को जब्त कर थाने ले जाया जाता है, किंतु यहां थाने में भी पुलिस को जगह नहीं है कि वे 20 से ज्यादा ई-रिक्शा को खड़ा कर जुर्माना भी नहीं वसूल पाते हैं. इसकी वजह है कि थाने को जगह नहीं है.

Next Story