एसकेएमसीएच के प्राचार्य विकास कुमार के वाट्सएप का साइबर शातिरों ने क्लोन बना लिया है. क्लोन वाट्सएप से मैसेज भेजकर एसकेएमसीएच के प्रोफेसर और कार्यालय कर्मियों से रुपये की मांग की जा रही है. क्लोन वाट्सएप के चालू रहने के कारण एसकेएमसीएच के प्राचार्य चिंतित हैं. एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है.3
प्राचार्य ने अहियापुर थाने में इसको लेकर साइबर शातिरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. उन्होंने उस मोबाइल नंबर के धारक को आरोपी बनाया है. प्राचार्य ने पुलिस को बताया है कि वाट्सअप में उनके नाम और फोटो का उपयोग किया गया है. बीते 22 सितंबर को पहली बार कॉलेज के कई प्रोफेसर और कर्मियों को इससे मैसेज किया गया. पहली बार मैसेज पर लोगों ने ध्यान नहीं दिया. किसी ने इसकी सूचना प्राचार्य को नहीं दी. पुन बीते फिर से प्रोफेसर और कॉलेज कर्मियों को मैसेज आया, जिसमें सभी से जरूरत बताकर रुपये भेजने के लिए कहा गया था. इसके बाद कुछ लोगों ने प्राचार्य को यह जानकारी दी, लेकिन मैसेज भेजने का सिलसिला रुका नहीं. तब प्राचार्य ने मामले में एफआईआर दर्ज कराई. साइबर शातिर ने इस नंबर को बंद नहीं किया है. बता दें कि जिले में अब तक साइबर शातिर फेसबुक का क्लोन बनाकर ठगी करते थे. इसबार उन्होंने नई तरकीब ढूंढी है.