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बिहार | जिले में धान की फसल में इन दिनों बालियां निकल रहीं हैं. ऐसे समय में एक अच्छी बारिश का होना बहुत जरूरी होता है. रघुनाथपुर प्रखंड के कुछेक पंचायतों समेत जिले के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. लेकिन, शाम में बारिश के बंद हो गई. आसमान में बादल तो दिखें, लेकिन तेज धूप भी निकला. हालांकि, 10-12 दिन पहले भी बारिश हुई थी. लेकिन, बारिश बंद होने के बाद तेज धूप से खेतों की नमी सूख गई थी. ऐसे में किसान धान के पटवन में लगे हुए थे. जिन जगहों पर बारिश नहीं हुई, उधर के किसानों को सिंचाई तो करनी ही पड़ेगी. टारी और दिघवलिया पंचायत के किसानों ने कहा कि उनके यहां तो एक बूंद भी बारिश नहीं हुई है. निखती कला, रघुनाथपुर, करसर व संठी आदि पंचायतों में हल्की ही सही बारिश हुई है तो रेड़ा लगे धान की फसल से बालियां निकलने लगी है. किसान जालंधर प्रसाद ने कहा कि में तेज बारिश होती है तो धान की फसल के लिए लाभदायक साबित होगी, अन्यथा किसानों की इससे चिंता बढ़ना स्वभाविक है. किसान सलाहकार नवीन पांडेय ने कहा कि धान की फसल के लिए सही समय पर बारिश होना जरूरी होता है. धान जब गभोट अवस्था में होता है, तब बारिश अत्यंत आवश्यक होती है. क्योंकि बारिश नहीं होने से बालियां अच्छे से नहीं निकल पाती है. खेत में नमी नहीं होने से बालियां गभोट (गोफा) में ही फंस जाती है. इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. इस सीजन में सीवान में सामान्य से काफी कम बारिश होने के कारण फसल की पैदावार प्रभावित होने का अनुमान भी लगाया जा रहा है.
आसमान में फिर मंडरा रहे हैं काले बादल
आसमान में काले बादल मंडरा रहे हैं, लेकिन बरस नहीं रहे हैं. किसान बादलों को देखकर एक बार फिर अच्छी बारिश होने के आश में हैं. लेकिन ऐसा हो तब न. किसानों को तीज और गणेश चतुर्थी पर अच्छी बारिश की उम्मीद थी, लेकिन अच्छी की कौन कहे बारिश हुई ही नहीं. बुधवार और गुरूवार को एकबार फिर बारिश होने की उम्मीद जतायी जा रही है. इसे लेकर किसान आशान्वित हैं. मौसम विभाग के अनुसार इस साल का दक्षिण-पश्चिम मानसून ही समाप्त हो गया है. ऐसे में अच्छी बारिश की कल्पना करना बेईमानी ही कही जाएगी. हालांकि, किसानों का कहना है कि वर्षों से यह देखा गया है कि हथिया नक्षत्र में बारिश अच्छी हो ही जाती है. 27 हो ही हथिया नक्षत्र चढ़ा है. यह नक्षत्र 16 दिनों का होता है. वर्तमान में हाईब्रिड और कम अवधि वाले धान की बालियां निकल रही है.
ऐसे में इस फसल के लिए पानी बहुत ही जरूरी है. पछात और लेट वेरायटी के धान में अभी रेड़ा बनना अब शुरू होगा.
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Harrison
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