बिहार

ट्रायल के तौर पर पटना एम्स में लगाई गई है मशीन, जिससे दो से तीन सेकेंड के भीतर वायरस होता है खत्‍म

Shiddhant Shriwas
26 Oct 2021 2:31 AM GMT
ट्रायल के तौर पर पटना एम्स में लगाई गई है मशीन, जिससे दो से तीन सेकेंड के भीतर वायरस होता है खत्‍म
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वैक्‍सीन के अलावा कोरोना माहामारी को खत्‍म करने के लिए वैज्ञानिक आधार पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.

भारत समेत दुनिया की कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से जंग जारी है. भारत इस लड़ाई में काफी हद तक कोरोना वायरस पर काबू पा चुका है. सरकार के दावों के मुताबिक भारत सौ करोड़ लोगों को कोरोना वैक्‍सीन (Corona Vaccine) का टीका लगा चुका है. हालांकि अभी भी अहतियात बरते जा रहे हैं.

वैक्‍सीन के अलावा कोरोना माहामारी को खत्‍म करने के लिए वैज्ञानिक आधार पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में आईआईटी पटना (IIT Patna Students) के छात्रों ने एक ऐसी मशीन (full body disinfectant machine) का इजाद किया है , जिससे दो से तीन सेकेंड के भीतर वायरस को खत्‍म किया जा सकता है. सोमवार को आईआईटी पटना के इंक्यूबेशन सेंटर की ओर से विकसित फुल बॉडी डिसइन्फेंकटेंट मशीन का उद्घाटन किया गया. आईआईटी पटना के इंक्यूबेशन सेंटर का दावा है कि यह कोरोना वायरस से लोगों को बचाने में अहम भूमिका निभायेगी. यह मुख्य द्वार पर ही वायरस-बैक्टेरिया को नष्ट कर देता है. इसे मुख्य रूप से अस्पतालों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों पर भी लगाया जा सकता है.
ट्रायल के तौर पर पटना एम्स में लगाई गई है मशीन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अभी ट्रायल के तौर पर यह मशीन पटना एम्स में लगाई गई है. आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. त्रिलोक नाथ सिंह का कहना है कि आईआईटी का इंक्यूबेशन सेंटर बेहतर काम कर रहा है. युवाओं को बेहतर मार्ग दिखा रहा है. इसी कड़ी में फुल बॉडी डिसइन्फेंकटेंट मशीन भी बनाई गई है.
आईएमए के निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि यह मशीन वर्तमान समय में बेहतर रिजल्ट प्रदान करेगी. सभी स्थानों पर इसे लगाने की जरूरत है. एम्स पटना के डॉ योगेश सिंह ने डिसइन्फेक्टेंट मशीन के बारे में बताते हुए दावा किया कि यह मशीन दो से तीन सेकेंड में इंसान के शरीर को डिसइंफेक्ट कर देगी. इस मशीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि डिसइन्फेक्ट करने के लिए इससे लिक्विड नहीं, वेपर यानी वाष्प निकलेगा. वह भी आपके गर्दन से नीचे के शरीर को यह मशीन डिसइन्फेक्ट करेगी.
दावा: मशीन से इंसान के शरीर पर नहीं होगा कोई साइड इफेक्‍ट
इस मशीन को बनाने वाले वरुण कुमार शाही ने बताया कि इस मशीन से इंसान के शरीर पर कोई साइड इफेक्‍ट नहीं होगा. इसकी पुष्टि पटना एम्स की टीम ने मशीन को इस्तेमाल में लाने से पहले और बाद में जांच कर की है. वरुण कुमार शाही ने बताया कि इंसान के शरीर को डिसइन्फेक्ट करने के लिए इस मशीन में डब्ल्यूएचओ प्रमाणित केमिकल्स के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया गया है.
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