x
पटना.टाल क्षेत्र में दलहनी फसलों की कटाई के लिए कृषि यंत्र की व्यवस्था की जाएगी। इससे भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा और पटना अन्तर्गत एक लाख छह हजार हेक्टेयर भूमि के किसान लाभान्वित होंगे। इसके लिए आज डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (पूसा, समस्तीपुर) के कृषि अभियांत्रण महाविद्यालय एवं प्रौद्योगिकी के वैज्ञानिक डॉ. प्रभंजन कुमार प्रणव के नेतृत्व वाली टीम ने मोकामा टाल क्षेत्र का जायजा लिया।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (पूसा, समस्तीपुर) के कृषि अभियांत्रण महाविद्यालय एवं प्रौद्योगिकी के वैज्ञानिक डॉ. प्रभंजन कुमार प्रणव द्वारा स्वचालित मसूर उखाड़ने की मशीन पर अनुसंधान किया जा रहा है। इसी क्रम में डॉ. पी के प्रणव मोकामा टाल क्षेत्रों का जायजा लिया और किसानों से बातचीत की।
एसआईआरपीकेएफआईएम फण्ड के तहत इस मशीन को तैयार किया जा रहा है। डॉ. पीके प्रणव ने किसानों से कहा कि मशीन चलाने के लिए अगले फसल चक्र फरवरी-मार्च 2023 तक किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा समस्तीपुर के कनिया अभियन्ता ई. गौरव राज़ एवं उज्जवल भी चौहान मौजूद थे। इस दौरान किसान नेता प्रणब शेखर शाही ने वैज्ञानिकों से अन्य फसलों की कटाई के लिए भी यंत्र विकसित करने पर बातचीत की।
कृषि यंत्र दलहनी फसलों की कटाई के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली, केन्द्रित अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान भोपाल एवं डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा समस्तीपुर से प्रगतिशील किसान चन्दन कुमार आवेदन देकर टाल क्षेत्र के किसानों की समस्याओं का समाधान के लिए लागातार मांग कर रहे थे।
Next Story