बिहार

आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की मदद कर रहे है आरोग्य मित्र

Shantanu Roy
19 Aug 2022 6:51 PM GMT
आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की मदद कर रहे है आरोग्य मित्र
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बड़ी खबर
किशनगंज। जिले के गरीब तबके के परिवार के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर केंद्र सरकार सितंबर 18 से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना चला रही है। चिह्नित परिवार के गोल्डन कार्डधारी लोगों का प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज किया जाता है। बावजूद इसके प्रति उदासीनता है। गोल्डन कार्डधारी मरीजों का समुचित इलाज हो इसके लिए सदर अस्पताल में एक आयुष्मान भारत जिला समन्वयक एवं एक आयुष्मान मित्र की ड्यूटी लगाई गई है। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया योजना को सुलभ तरीके से लाभुकों तक पहुंचाने के लिए अब समर्पित प्रधानमंत्री जन-आरोग्य मित्र अपनी सेवा प्रदान करेंगे। आरोग्य मित्र आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के दौरान आने वाले विषम परिस्थितियों का आसानी से समाधान करने में उनकी मदद करेंगे। आने वाले समय में जिले के रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुष्मान मित्र की ड्यूटी लगाने की योजना है।
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम ने बताया की आरोग्य मित्र सदर अस्पताल में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों की पात्रता की जांच करेंगे और मरीजों की पात्रता जांच के बाद योजना के लाभार्थी हैं अथवा नहीं इसके संबंध में संबंधित कागजात पर मुहर लगाएंगे। पात्र लाभार्थी के खाते में निधि की उपलब्धता की जांच के साथ चिकित्सा के लिए उनसे अनुरोध और लाभार्थी के इलाज के बाद क्लेम समर्पित करेंगे। आरोग्य मित्र उपचार के बाद लाभार्थियों का अनुभव और प्रतिक्रिया भी लेंगे। साथ ही उसे टीएमएस (ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल पर अपलोड करने और मरीजों को योजना के संबंध में आवश्यक जानकारी देंगे। यह सभी आरोग्य मित्र सेवा प्रदाता एजेंसी के तहत स्वास्थ्य संस्थानों में कार्य करेंगे। आयुष्मान मित्र सुबह 08 बजे से दिन के 02 बजे तक, संध्या 03 बजे से रात 08 बजे तक सदर अस्पताल में घूम-घूमकर मरीजों से पूछताछ करेंगे। योजना के मरीज चिह्नित होने पर बीमारी के संबंध में जानकारी लेकर इलाज कराने में होने वाली परेशानियों की जानकारी लेंगे। इसके बाद सदर अस्पताल प्रशासन से मिलकर संबंधित मरीज का समुचित इलाज अथवा आपरेशन कराने की व्यवस्था कराएंगे। सदर अस्पताल में आने वाले आयुष्मान भारत योजना के मरीजों की बीमारी का जिक्र करते हुए सूची तैयार करेंगे। तैयार की गई सूची को प्रतिदिन जिला समन्वयक को उपलब्ध कराएंगे। साथ ही इनके कार्यों की समीक्षा की जिम्मेदारी डीपीसी को दी गयी है।
इसको लेकर अब सभी सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान मित्र सहायता केंद्र के नाम से हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी। साथ ही प्रचार-प्रसार के लिए अस्पताल के द्वारा ही बैनर-पोस्टर भी लगाए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर सभी सिविल सर्जनों को निर्देश जारी कर दिया है। सदर अस्पताल स्थित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्यालय में जिला समन्वयक बैठेंगे। इसके अलावा वे समय-समय पर अस्पताल में घूमकर आयुष्मान मित्र के कार्यों का निरीक्षण करेंगे। आयुष्मान मित्र से मिली जानकारी के आलोक में वे सदर अस्पताल प्रशासन से मिलकर जरूरतमंद मरीज के इलाज कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे। जरूरत पड़ने पर वे आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक से संबंध स्थापित करेंगे। सदर अस्पताल में आयुष्मान मित्र उजला ड्रेस में एप्रोन जैसी पोशाक पहने रहेंगे। ड्रेस के सामने की जेब के समीप विडाल लिखा रहेगा जिससे कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के गोल्डन कार्डधारी मरीज उन्हें पहचान सके। विडाल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड एक एनजीओ है। उक्त कंपनी स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करती है। गोल्डन कार्ड धारी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर विडाल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विभिन्न अस्पतालों में आयुष्मान मित्र एवं जिला समन्वयक की ड्यूटी लगाई जा रही है। अस्पताल में आयुष्मान मित्र के रहने पर गोल्डन कार्डधारी मरीजों को इलाज कराने में काफी सहयोग मिलेगा।
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