मुजफ्फरपुर न्यूज़: तमिलनाडु के तिरुपुर में प्रवासी मजदूरों के बारे में फेसबुक अकाउंट पर फर्जी सूचनाएं साझा करने और अफवाहें फैलाने के आरोप में झारखंड के रहने वाले बिहार मूल के 32 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने यह जनकारी दी.
तमिलनाडु मामले में फरार चल रहे एक मुख्य आरोपित ने ट्वीटर एकाउंट पर एक फर्जी पोस्ट डाल दिया. इसमें उसने स्वयं को पुलिस की गिरफ्त में दिखाते हुए एक फोटो पोस्ट की थी.
इस पूरे मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने तीसरी एफआईआर दर्ज की है. इससे पहले दर्ज दो एफआईआर में एक यू-ट्यूब चैनल चलाने वाला यह व्यक्ति मुख्य आरोपितों की फेहरिस्त में है. इसकी तलाश ईओयू की टीम लगातार कर रही है. अब इस पर असत्य और भ्रामक फोटो पोस्ट करने के आरोप में अलग से तीसरी एफआईआर दर्ज की गई है. इस मामले में पुलिस मुख्यालय ने स्थिति स्पष्ट करते हुए विज्ञप्ति जारी की है. इसमें कहा गया है कि ट्वीटर पर डाली गई यह फोटो 5 फरवरी, 2019 की है, जब उसे पटना पुलिस ने एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया था.
इधर, तमिलनाडु मामले में फर्जी वीडियो बनाने और इसे प्रसारित करने के मामले की जांच ईओयू तेजी से कर रही है. बिहार से लेकर दिल्ली, हरियाणा समेत कुछ अन्य राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी चल रही है. इस मामले की तफ्तीश को लेकर बिहार समेत दूसरे राज्यों में भी छापेमारी का सिलसिला जारी रहा. ईओयू इन भगोड़ों को मदद करने वालों या इन्हें संरक्षण प्रदान करने वालों को भी रडार पर लेकर जांच शुरू कर दी है. इस मामले की तफ्तीश में कुछ और लोगों के नाम भी सामने आने की संभावना है. एफआईआर में इन्हें भी शामिल किया जा सकता है.