बिहार

आंगनबाड़ी गोबरिया व सैकड़ों केन्द्र चल रहे जर्जर भवन में

Admin Delhi 1
23 July 2023 6:17 AM GMT
आंगनबाड़ी गोबरिया व सैकड़ों केन्द्र चल रहे जर्जर भवन में
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नालंदा न्यूज़: रहुई प्रखंड के गोबरिया स्कूल के आंगनबाड़ी केन्द्र समेत सैकड़ों केन्द्र जर्जर भवन में चल रहे हैं. अस्थावां में 12, रहुई में 13ई हरनौत में 19 समेत अन्य प्रखंडों में कई आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर भवनों चलाए जा रहे हैं. कुछ दिन पहले ही रहुई के सोनसिकरा प्राइमरी स्कूल की सीढ़ियां गिर गयी थीं. हादसे में पहली कक्षा के तीन बच्चे जख्मी हुए थे. इसके बाद भी अधिकारियों ने सबक नहीं लिया.

हद तो यह कि गोबरिया स्कूल के एचएम ने जर्जर कमरे को खाली कर दिया है. लेकिन, आंगनबाड़ी केन्द्र बदस्तूर चालू है. बीडीओ लक्ष्मण कुमार ने सोनसिकरा स्कूल की सीढ़ियां गिरने के बाद स्कूल के बगल के जर्जर आंगनबाड़ी भवन को खाली कराया था. सीडीपीओ को जर्जर भवन खाली कराने का आदेश दिया था. लेकिन, कई केन्द्र अभी भी जर्जर भवन में चल रहे हैं. सीडीपीओ शिखा कुमारी ने बताया कि जर्जर भवन में कई केन्द्रों को दूसरी जगह शिफ्ट कराया जा चुका है. कई केन्द्रों को शिफ्ट कराने की तैयारी की जा रही है.

एक साल पहले हुआ था सर्वे सूत्रों की मानें तो एक साल पहले आईसीडीएस विभाग ने जर्जर आंगनबाड़ी केन्द्र भवनों का सर्वे कराया था. लेकिन, सर्वे कराने के बाद जर्जर भवन की फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. विभागीय रिपोर्ट के अनुसार जिले के सैकड़ो केंद्र जर्जर भवन में संचालित कराया जा रहा है. संबंधित कर्मी व अधिकार सबकुछ जानकर भी अंजान बने हुए हैं.

अस्थावां में 128 केन्द्र संचालित हैं. इनमें से सिर्फ 26 का अपना भवन है. सात केन्द्र स्कूल में तो तीन केन्द्र पंचायत भवनों में चलाए जा रहे हैं. 12 केन्द्र जर्जर तो दो केन्द्र अति जर्जर है. 78 केन्द्र किराया के मकान में चल रहा है. इसी तरह, रहुई में 202 आंगनबाड़ी केंन्द्र हैं. इसमें 50 सरकारी भवन, 15 सामुदायिक भवन, 11 केन्द्र स्कूल में चलाए जा रहे हैं. 69 केन्द्र निजी भवन तो 52 किराये के मकान में चल रहे हैं. इनमें 13 केन्द्रों के भवन का हाल बदहाल है.

हरनौत में 61 फीसदी केन्द्र किराये के मकान में

हरनौत में 231 आंगबाड़ी केन्द्र हैं. इनमें 54 सरकारी भवन में तो 142 किराया के मकान में संचालित हैं. 18 केन्द्र स्कूल में तो 11 सामुदायिक भवन में चलाये जा रहे हैं. इनमं से 19 केन्द्रों के भवन जर्जर हैं. इसी तरह, बिंद प्रखंड में 89 केन्द्र संचालित हैं. इनमें 29 का अपना भवन है. अन्य किराये व निजी भवनों में संचालित हैं.

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