बिहार

खाते से हर माह काट ली जाती है राशि

Harrison
23 Sep 2023 10:08 AM GMT
खाते से हर माह काट ली जाती है राशि
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बिहार | रेलवे के नियमों को ताक पर रखकर दो दर्जन से अधिक चतुर्थवर्गीय रेल कर्मियों के सैलरी खाते में करोड़ों रुपये का भुगतान करने के मामले में निगरानी विभाग की जांच जारी है. इस मामले में दो दर्जन से अधिक रेलकर्मियों को रेल अधिकारियों ने निलंबित भी कर दिया है. संबंधित रेल कर्मियों को 2020 से अबतक खाते में गई राशि को वापस करने का आदेश दिया गया था.
मगर अब निलंबित हुए रेल कर्मियों के परिजन आगे आ गये हैं. निलंबित रेल कर्मियों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रहा है. मनिहारी के पांच रेलकर्मियों में उज्जवल पासवान की पत्नी पिंकी देवी, अंगद पासवान की पत्नी अनुपमा देवी, मनोज सिंह की पत्नी अनिता देवी, चंदन पासवान की पत्नी ममता भारती आदि ने सामुहिक रूप से डीआरएम सुरेंद्र कुमार से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है. रेल कर्मियों के परिवार के लोगों ने डीआरएम को बताया कि पति के सैलरी में इंक्रीमेंट की अधिक राशि प्राप्त होने के कारण सभी सैलरी खाते से विभाग द्वारा हर माह राशि काट लिया जाता था. अचानक पांच रेल कर्मियों को बैगर सूचना दिये ही निलंबित कर दिया गया.
इसके बाद परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ने से मानसिक स्थिति बिगड़ गया है. उन्होंने यह भी बताया कि मनमानी तरीके से रेल कर्मियों के सैलरी खाता में राशि भेजने और बाद में रेल कर्मियों से ले लेने या खाते से काटने के पीछे का काम डीएनए टू तथा बिल क्लर्क का हाथ है. वरीय रेल पदाधिकारी और विभागीय लिपिक के गलती का खामियाजा चतुर्थ वर्गीय कर्मियों को भुगतना पर रहा है.
सबसे पहले महिला लिपिक को किया निलंबित
2020 से जुलाई माह तक अभियंत्रण विभाग के दो दर्जन से अधिक चतुर्थवर्गीय के खाते में रेलवे के नियमों के विपरित राशि का भुगतान मामला सामने आने पर रेलवे वित्त प्रबंधक कार्यालय स्तर से सबसे पहली कार्रवाई की गई थी. कार्रवाई में एक महिला लिपिक को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद अभियंत्रण विभाग द्वारा एक लिपिक और करीब दो दर्जन चतुर्थवर्गीय रेल कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद मामला जब पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्यालय मालीगांव पहुंची तो वहां से दो अलग-अलग विभाग का विजिलेंस टीम का गठन किया गया.
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