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किशनगंजः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि सीमावर्ती इलाकों में जनसांख्यिकी में हो रहे बदलाव बहुत चिंताजनक है और सुरक्षा बलों को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने बिहार के किशनगंज जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के बाद यह कहा।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा और विकास के लिए हर कोशिश कर रही है। शाह को उद्धृत करते हुए एक अधिकारी ने कहा, ''लेकिन सीमावर्ती इलाकों में जनसांख्यिकी में हो रहे बदलाव बहुत चिंताजनक हैं और सुरक्षा बलों को सतर्क रहना चाहिए।'' बैठक में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी, भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सीमा की प्रहरी करने वाले तीनों सुरक्षा बलों के प्रमुख के अलावा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी शामिल हुए।
शाह ने सुरक्षा बलों को फर्जी आधार, मतदाता पहचान पत्र जारी किए जाने, गायों की तस्करी, अवैध घुसपैठ पर रोक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सतर्क रहने और इन मुद्दों से सख्ती से निपटने के निर्देश भी दिए। शाह ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने बीएसएफ, एसएसबी और आईटीबीपी के महानिदेशकों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक में सीमा सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों की समीक्षा की। उन्होंने कहा, ''सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के साथ-साथ वहां की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, इसके लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी और हर संभव सुविधाएं सुरक्षा बलों को दी जा रही हैं।''
शाह ने किशनगंज जिले में भारत-नेपाल सीमा पर फतेहपुर सीमा चौकी का भी दौरा किया और खंभा संख्या 151 तथा 152 का अवलोकन किया। उन्होंने सीमा क्षेत्र में एसएसबी के साथ विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की। एसएसबी भारत-नेपाल सीमा पर पहरेदारी करता है। शाह ने फतेहपुर, पेकटोला, बेरिया, आमगाछी और रानीगाछी में सीमा चौकी भवनों का उद्घाटन किया। फतेहपुर सीमा चौकी पर गृह मंत्री ने एसएसबी कर्मियों से संवाद किया। एसएसबी भारत-भूटान सीमा पर भी पहरेदारी करता है। इससे पहले, शाह ने किशनगंज में बूढ़ी काली माता मंदिर में पूजा अर्चना की।
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