जिला परिषद हंगामे के बीच बोर्ड से कई प्रस्ताव पारित हुए, राशि में भेदभाव का आरोप
नालंदा न्यूज़: जिला परिषद बोर्ड की बैठक सभागार में हुई. फंड बंटवारे में पक्षपात का आरोप लगाकर सदस्यों द्वारा शोर-शराबा किया गया. लेकिन, हंगामे के बीच कई अहम प्रस्ताव पारित किये गये. अब एप के सहारे दुकानदार किराया का भुगतान कर सकेंगे. हर सदस्य के क्षेत्र के विकास के लिए 30-30 लाख रुपये दिये जाएंगे.
किराया भुगतान के लिए एप निर्माण की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है. आईसीआईसीआई बैंक को सॉफ्टवेयर विकसित करने की जिम्मेवारी दी गयी. बैठक के दौरान बैंक के पावर प्रेजेंटेशन के सहारे इसके कार्यों को सरल बनाने की जनकारियां दी गयीं. अध्यक्ष पिंकी कुमारी ने कहा कि इससे दुकानदार घर बैठे ऑनलाइन किराया का भुगतान कर सकेंगे. राजस्व की प्राप्ति में सहूलियत होगी. जिला परिषद अध्यक्ष पिंकी कुमारी की अध्यक्षता व एडीएम मंजीत कुमार और डीपीआरओ नवीन कुमार की मौजूदगी में आयोजित बैठक में कुछ सदस्यों ने हंगामा भी किया. विकास राशि वितरण में भेदभाव का आरोप लगाया. हंगामे को देखते जिप सदस्य नरोत्तम ने बीच बचाव किया. फंड वितरण के लिए अध्यक्ष को अधिकृत करने की सलाह दी. इसके बाद हंगामा शांत हुआ. कुछ देर के बाद करायपरसुराय के सदस्य ने विकास कार्य के बाद भी राशि भुगतान नहीं होने को लेकर हंगामा किया. इसपर सहायक अभियंता द्वारा जानकारी दी गयी कि कुछ कागज नहीं आया है, इसके कारण भुगतान रुका हुआ है. उपाध्यक्ष अनुराधा देवी ने क्षेत्र में विकास के कई कार्य कराये जाने के लिए लिखित आवेदन दिया. इसी प्रकार, वित्तीय वर्ष 2021-22 के विकास की शेष राशि औंगारीधाम ट्रस्ट में देने की आवाज उठायी. इसे सदस्यों ने सिरे से खारिज कर दिया. बैठक में सदस्य नरोत्तम ने सरमेरा के कुछ क्षेत्र में किसानों को पटवन के लिए मिलने वाली बिजली की समस्या का माला उठाया.
गोपालबाद-बरबीघा मार्ग के चौड़ीकरण की समस्या रखी
गोपालबाद-बरबीघा मार्ग के चौड़ीकरण की समस्या रखी. एडीएम मंजीत कुमार बिजली की समस्या का समाधान करने व मार्ग चौड़ीकरण प्रक्रिया पूरी होने की जानकारी देते बताया कि जल्द ही काम शुरू होने वाला है. बेन की सदस्य पूनम सिन्हा ने तोरलबिगहा गांव में चचरी पुल से ग्रामीणों के आवागमन करने की समस्या से अवगत कराया. बेन प्रखंड के विकास के हिस्से की राशि बेन प्रखंड में देने की आवाज उठायी. कहा कि बेन प्रखंड में अनगिनत समस्याएं हैं.
जिन्हें दूर करने के लिए काम करना जरूरी है. बैठक में कई सदस्यों ने क्षेत्र की कई स्मस्याओं को बैठक में उठाया.