भागलपुर न्यूज़: मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन परियोजना के तहत चल रहे निर्माण कार्य में एक बड़ा बदलाव किया गया है. यह बदलाव चौथे पैकेज में किया गया है. दरअसल, एलायनमेंट की जद में कब्रिस्तान आ रहा था, जिसे लेकर स्थानीय ग्रामीण पिछले आठ माह से विरोध कर रहे थे. ग्रामीणों की मांग और सद्भावना बरकरार रखने के लिए डीएम के निर्देश पर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी व एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने स्थल की जांच की और एलायनमेंट में बदलाव का निर्णय लिया. बदलाव के निर्णय का असर तीन मौजे पर पड़ेगा. एलायनमेंट में बदलाव के बाद शमशेरगंज और सलेमपुर मौजा में भी नक्शा बदला गया है.
शोभानाथपुर, एकचारी, रोहड़, मथुरापुर एराजी, औरंगाबाद, लालूकित्ता, देवरी, शिवानंदपुर, खजुरिया, रसलपुर, शंकरपुर कोदवार, लालूकित्ता किशनपुर पिपरा, सदानंदपुर वैसा, सुंदरपुर, सियारमारी, मजरोही व महेशराम मौजा के रैयतों को मुआवजा मिलेगा.
शमशेरगंज और फौजदारी में जमीन कम, सलेमपुर में बढ़ी
बदले एलायनमेंट का तीनों मौजों में अलग-अलग असर पड़ा है. जहां शमशेरगंज और फौजदारी में पूर्व निर्धारित रकबे में जमीन कम हो गई है. वहीं, सलेमपुर में बढ़ गई है. अब सलेमपुर में 0.5506 हेक्टेयर जमीन अधिक अर्जित की जाएगी. पहले यहां 8.3748 हेक्टेयर जमीन अर्जित की जानी थी. अब 8.9254 हेक्टेयर अर्जित की जाएगी. फौजदारी मौजे में 2.6987 हेक्टेयर पूर्व में लेने का नक्शा बना था. यहां अब 2.6546 हेक्टेयर अर्जित होगी. शमशेरगंज मौजे में 0.6332 हेक्टेयर का नक्शा बना था. अब 0.5018 हेक्टेयर अर्जित होगा.
89 मृत पंचाटियों के वारिसों को मिलेगा मुआवजा
जिला भू-अर्जन पदाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि एलायनमेंट के चलते ही तीनों मौजों के रैयतों को पेमेंट नहीं हुआ था. अब फ्रेश एलायनमेंट के हिसाब से रैयतों की सूची बन रही है. एनएचएआई से तीनों मौजों के रैयतों को मुआवजा की राशि मांगी गई है. जल्द ही इन मौजे के रैयतों को मुआवजे का भुगतान किया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट के तहत मृत पंचाटियों के विवाद का भी समाधान हो गया. पांच सदस्यीय टीम की रिपोर्ट मिल गई है