बिहार

नहरों के तटबंध बचाने के लिए सूबे में अलर्ट

Admin Delhi 1
11 July 2023 7:24 AM GMT
नहरों के तटबंध बचाने के लिए सूबे में अलर्ट
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गया न्यूज़: राज्य सरकार ने नहरों के तटबंध को बचाने के लिए पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया है. इन्हें टूटने से बचाने की व्यापक कार्ययोजना बनायी गयी है. जल संसाधन विभाग ने इसके लिए सभी जिलों को जिम्मेवारी सौंपी है. यही नहीं सभी क्षेत्रीय इंजीनियरों को नहरों के निरीक्षण का टास्क भी सौंपा गया है. इसके तहत कनीय अभियंताओं से लेकर मुख्य अभियंताओं तक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं.

जल संसाधन विभाग खरीफ सिंचाई को लेकर चिंतित है. पिछले दिनों सीवान प्रक्षेत्र में सारण मुख्य नहर का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके कारण बड़े इलाके में पानी फैल गया था. लिहाजा, विभाग ने कनीय अभियंता, सहायक अभियंता और कार्यपालक अभियंताओं को पूरे नहर के निरीक्षण करने को कहा है. अधीक्षण अभियंता इस अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे. उन्हें नहरों में तीखा मोड़ और सिल्ट के साथ-साथ स्कैप चैनल की जांच करने और उन्हें दुरुस्त कराने को कहा गया है.

अभियंताओं से सिंचाई के पहले ही पूरे नहर और उसकी वितरणियों के अंतिम छोर तक का निरीक्षण करने को कहा गया है. इसके अलावा चूहों और लोमड़ियों द्वारा बनाए गए बिल व मांद को दुरुस्त कर लेने का भी निर्देश दिया गया है. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि पहली बार नहर खोलने के बाद पानी कम डिस्चार्ज करें. अंतिम छोर तक पानी पहुंचने के बाद धीरे-धीरे डिस्चार्ज बढ़ाएं. यदि इस दौरान कोई परेशानी होती है तो उसे पूरा डिस्चार्ज के पहले ठीक कर लें.

सिल्ट के कारण टूटा था सारण मुख्य नहर का हिस्सा

पिछले 15 जून को सीवान प्रक्षेत्र में सारण मुख्य नहर का बांध क्षतिग्रस्त हो गया था. प्रारंभिक जांच में उस खंड में सिल्टेशन और पानी के टेढ़े-मेढ़े बहाव के कारण नहर के बांध के टूटने की संभावना दिखी. पिछले दिनों अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी इस मामले पर चर्चा हुई. इसमें कहा गया कि नहर के प्रथम जलस्राव के समय ध्यान दिया जाता तो नहर को बचाया जा सकता था.

सोन, कोसी व गंडक नहर प्रणाली से होती है सिंचाई

इस समय सोन, कोसी और गंडक नहर प्रणाली से सिंचाई होती है. कोसी व गंडक में 25 अक्टूबर तक जबकि सोन नहर से 30 अक्टूबर तक खरीफ सिंचाई होती है. रबी सिंचाई का समय बीत चुका है. लिहाजा, विभाग का पूरा फोकस अब खरीफ सिंचाई को लेकर है. इसीलिए सभी प्रमंडलों को खास एहतियात बरतने को कहा गया है.

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