पटना। मोहर्रम पर पूरे बिहार में पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड में है। राज्य में मोहर्रम को लेकर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। पुलिस महकमे की तरफ से सोशल मीडिया पर विशेष तौर पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही सभी जिलों को हर स्तर पर एहतियात बरतने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से पटना, नालंदा, रोहतास, भागलपुर, सीवान और दरभंगा में अर्धसैनिक बल की छह कंपनियां तैनात की गई हैं।
दरभंगा में 30 जुलाई तक इंटरनेट सेवा निलंबित:
बिहार के दरभंगा जिले में कुछ दिन पूर्व दो समुदायों के बीच हुई घटना को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। यहां राज्य सरकार के आदेश पर प्रशासन ने 27 से 30 जुलाई तक इंटरनेट सर्विस निलंबित कर दी है, ताकि किसी प्रकार की अफवाह न फैलायी जा सके। एडीजी ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के स्तर से पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है और इसे लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा।
राज्य में बीएसएफ की 24 कंपनियां तैनात:
मोहर्रम को लेकर राज्य में बीएसएफ की 24 कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके साथ ही साथ 7790 बुनियादी प्रशिक्षु सिपाहियों की भी तैनाती की गई है। इनमें 5030 पुरुष और 2760 महिला सिपाही शामिल हैं। इसके अलावा होमगार्ड के जवान भी बड़ी संख्या में तैनात किए गए हैं। क्यूआरटी और अग्निशमन की टीम को भी पूरी तरह से अलर्ट रहने को कहा गया है। प्रत्येक जिले के एसपी को अपने स्तर पर सभी संवेदनशील स्थलों पर खासतौर से चौकसी बरतने का निर्देश जारी किया गया है।
जुलूस के लिए लाइसेंस निर्धारित रखी गयी है शर्तें:
ताजिया जुलूस के लिए लाइसेंस निर्धारित शर्तों पर दिया गया है। असामाजिक और शरारती तत्वों को सभी जिलों में चिह्नित करके उनसे बाण्ड भरवाया गया है। सभी जिलों के संवेदनशील तथा महत्वपूर्ण स्थलों पर अतिरिक्त बल के अलावा मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्यूआरटी, चिकित्सीय दल, एंबुलेंस और अग्निशमन सेवा के दल की तैनाती की गई है। इन स्थलों पर सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। सभी जिलों में डीएम और एसपी के संयुक्त आदेश से बल तथा दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है।