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नवादा। नवादा शहर से सटे बुधौल में कार्तिक माह अखंड रामचरितमानस महायज्ञ शुरुआत की गई। महायज्ञ की शुरुआत मुख्य पुजारी आचार्य सुनील द्विवेदी के द्वारा वैदिक मंत्रोचार के के साथ मधुर वाणी में किया गया। मुख्य यजमान वशिष्ठ मिश्रा के द्वारा अखंड रामचरित मानस महायज्ञ का संकल्प लिया गया।सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे मौके पर पाठकर्ता कपिल मिश्रा, विनोद मिश्रा ,सुनील दुबे, राजकमल,राजकिशोर मिश्रा,पप्पू दुबे,संजीव दुबे,राजकुमार पाण्डेय,पवन दुबे, सुमंत मिश्रा,पिंटू मिश्रा,अजय मिश्रा,शैलेंद्र मिश्रा,कुणाल दुबे,बिपिन मिश्रा,मनोज मिश्रा,राजेश मिश्रा, सुबोध मिश्रा,सिंटू मिश्रा,विजय मिश्रा,सतीश मिश्रा,मनीष रंजन,ब्रजेश पांडे, अनंत ओझा,शंभू मिश्रा,चंदन पांडे,सिद्धनाथ त्रिपाठी, रौशन कुमार,पंकज दुबे ,रवि मिश्रा,विवेक दुबे,मुकेश सिंह,सनोज साव, रतन सावआदि द्वारा महायज्ञ को सफल करने में जुटे हुए है।
महायज्ञ में शामिल भक्तजन अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की खुशी मना रहे है।बुधौल गाँव में अखंड रामचरित मानस महायज्ञ 51 वर्षों से लगातार किया जा रहा है।पूरे कार्तिक माह यह रामायण पाठ 24 घंटे चलता रहता है।हिंदुओं के लिए पवित्र माह माने जानेवाले कार्तिक माह में रामायण का यह पाठ पूरे पटना सहित मगध प्रमंडल में सिर्फ और सिर्फ बुधौल में ही होता है। जो अपने आप में अद्वितीय है। इसकी शुरुआत स्वर्गीय अम्बिका ओझा द्वारा किया गया था,जो शुरुआत में नौ दिन के लिए हुआ था,बाद में इसे बढ़ाकर 30 दिनों के लिए किया गया ।तब से लेकर आजतक इस पौराणिक परंपरा का निर्वाहन आज बुधौल वासी करते आ रहे है। इस अनोखी परंपरा का गवाह बने श्रद्धालु दूर दूर से यहां आते रहते है। पूरे कार्तिक माह भक्तिमय महौल में श्रद्धालु रामायण पाठ का आनंद लेते है।
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