बिहार: बिहार में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. मुजफ्फरपुर से लोकसभा सांसद अजय निषाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपने नाम से 'मोदी का परिवार' हटा दिया है। इसके बाद वह दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गये.
बीजेपी ने मुजफ्फरपुर से राज भूषण निषाद को टिकट दिया
दरअसल, इस बार बीजेपी ने मुजफ्फरपुर सीट से अजय निषाद को टिकट नहीं दिया है. इस बार उनकी जगह राज भूषण निषाद को उम्मीदवार बनाया गया है. अजय निषाद ने 2014 और 2019 में लगातार दो चुनाव जीते थे. इसके बावजूद उनका टिकट काट दिया गया. इससे वे काफी नाराज हैं.
अजय निषाद मुजफ्फरपुर से लगातार दो बार सांसद चुने गए
अजय निषाद लगातार दो बार मुजफ्फरपुर से सांसद चुने गए. उन्होंने 2014 में कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह को 2,22,422 वोटों से हराया था. उन्हें 4,69,295 वोट मिले, जबकि अखिलेश प्रसाद सिंह को 2,46,873 वोट मिले. वहीं, 2019 में अजय ने वीआईपी के राज भूषण चौधरी को 4,09,988 वोटों से हराया था. अजय को 6,66,878 वोट मिले, जबकि चौधरी को 2,56,890 वोट मिले.
बिहार में बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीटों के बंटवारे के तहत बीजेपी को 17, जेडीयू को 16, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास को 5, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को 5 सीटें मिली हैं. वे एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
फीडबैक के आधार पर अजय निषाद का टिकट काटा गया
बताया जा रहा है कि बीजेपी से मिले फीडबैक के आधार पर अजय निषाद का पत्ता काटा गया है. अजय निषाद जनता से कटा हुआ रहता था. उनके अलावा सासाराम से सांसद छेदी पासवान भी बीजेपी से नाराज होकर पाला बदल सकते हैं. उनका टिकट भी रद्द कर दिया गया है.