बिहार

पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से घटकर 212 पर पहुंचा

Shantanu Roy
13 Nov 2021 9:50 AM GMT
पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से घटकर 212 पर पहुंचा
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राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index in Patna) में सुधार देखने को मिल रहा है. दीपावली के बाद पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से पार हो गया था.

जनता से रिश्ता। राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index in Patna) में सुधार देखने को मिल रहा है. दीपावली के बाद पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से पार हो गया था. जो आज घटकर 212 तक पहुंच गया है. अमूमन ऐसा देखा जाता कि दीपावली से छठ बाद तक राजधानी पटना की हवा काफी जहरीली हो जाती थी और एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के करीब पहुंच जाता था. इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ है छठ पर्व खत्म होते ही राजधानी में हवा की गुणवत्ता (Air Quality) में सुधार होने शुरू हो गए हैं.

बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस बार भी दीपावली के समय में राज्य के 4 शहरों में आतिशबाजी को लेकर प्रतिबंध लगाया था. इसके बावजूद लोगों ने राजधानी पटना में जमकर आतिशबाजी की थी. जिसके कारण पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से पार कर गया था. लेकिन छठ के समय आते-आते छठ घाटों पर जिला प्रशासन ने आतिशबाजी पर रोक लगाई. उसी का असर है कि अभी पटना की हवा में गुणवत्ता देखने को मिल रही है.
छठ खत्म होते ही हवा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है. सड़कों पर भीड़ भाड़ की स्थिति भी बढ़ी है. बावजूद इसके राजधानी पटना में हवा की गुणवत्ता में सुधार देखा जा रहा है. दीपावली के बाद सीधे एक सौ अंक एयर क्वालिटी इंडेक्स का इजाफा हुआ था. बीते शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 393 तक पहुंच गया. जबकि एक दिन पहले गुरुवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 293 था.
बता दें कि बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड ने लोगों को जागरूक करने की मुहिम की शुरुआत की है. लोगों पर इसका असर देखा जा रहा है और कहीं ना कहीं लोग भी अब इसको लेकर जागरूक नजर आ रहे हैं. फिलहाल राजधानी नहीं दीपावली से छठ के बीच छह जगहों पर हवा के क्वालिटी जांच करने के लिए भी मशीन लगाया गया है.
प्रदूषण बोर्ड के अनुसार बहुत जल्द ही उसके परिणाम भी सामने होंगे कि आखिर राजधानी पटना के हवा में कौन से घातक तत्व है, जिसकी मात्रा ज्यादा है. इस पर भी बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नजर बनाए हुए है और प्रदूषण बोर्ड ये चाहता है कि राजधानी के लोग सांस के रूप में शुद्ध हवा लें. इसका प्रयास भी चल रहा है.


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