x
बड़ी खबर
अररिया। त्रिवेणीगंज प्रखंड कन्या विद्यालय कोरियापट्टी परिसर में कृषि विभाग के सौजन्य से कृषि संबंधित योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ जैविक ग्राम बनाने के उदेश्य से किसान जागरूकता सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ कृषि विभाग सुपौल के कृषि अभियंत्रण सहायक निदेशक नवीन कुमार नवनीत, सहायक निदेशक (शष्य) प्रक्षेत्र आशीष कुमार,आत्मा परियोजना के उप निदेशक चंद्र आलोक कुमार,मुखिया राजेश यादव, रामानंद यादव,डॉ अमन कुमार के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम मे जैविक खेती कर कोरियापट्टी को जैविक ग्राम बनाने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में सरकार की योजनाओं का विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए कृषि अभियंत्रण के सहायक निदेशक नवीन कुमार नवनीत ने कहा कि कृषि देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। किसानों के किसानी पर ही देश विकसित राष्ट्र बनेगा। गाँव की हरियाली और किसान परिवार की खुशहाली के बिना राष्ट्र संपन्न नही हो सकता है। किसान देश की नींव है। किसान को कृषि सम्बंधित वैज्ञानिक तकनीकी की गुड़ सिखने की आवश्यकता है।जैविक खेती से उत्पन्न खाद्य पदार्थ शुद्ध, स्वादिष्ट एवं पोषक तत्वों से भरपूर होता है।किसानो की मेहनत से ही भारत में खुशहाली और समृद्धि आएगी।कृषि सहायक निदेशक आशीष कुमार ने कहा कि मृदा संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और मानव स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से जैविक खेती काफी लाभदायक है इसीलिए जैविक खेती अपनाओ-जीवन बचाओ मूल मंत्र को आत्मसात करने की जरूरत है।आत्मा के परियोजना उप निदेशक चंद्र आलोक कुमार ने कहा कि जैविक खेती घाटे का सौदा नहीं है। जैविक खेती से उत्पादन में वृद्धि होगी। महंगे उर्वरकों की आवश्यकता नहीं होगी, बीमारियों में भी कमी आएगी। कुल मिलाकर ग्रामीणों की आय में वृद्धि होगी। खर्च कम होगा एवं बचत में इजाफा होगा।
जिसका सीधा प्रभाव देश की तरक्की में देखा जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए किसान सलाहकार संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अमन कुमार ने कहा कि भारतीय किसानों की माली हालात में सुधार के लिए कृषि से सम्बंधित आधुनिक तकनीकी का ज्ञान आवश्यक है। प्रकृति का सर्वश्रेष्ठ उपहार वन हैं।जल संरक्षण के अभाव में पानी का स्तर धीरे -धीरे नीचे जा रही है। भावी पीढ़ी के लिए जल संरक्षण अतिआवश्यक है। मानव सचेत नहीं हुए तो भविष्य में तृतीय विश्व युद्ध पानी को लेकर के होगी। जल है तो जीवन है। इसलिए पानी को जरूरत के हिसाब से ही खर्च करे। कहा कि जैविक खेती समय की सबसे जरुरत है।रासायनिक खाद और जहरीले कीटनाशक दवा इंसान के स्वास्थ, वातावरण और मिट्टी के लिए हानिकारक है। जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ने के साथ-साथ फसलों का उत्पादन भी बढ़ता है। पर्यावरण भी दूषित नहीं होता है। बी बी सी ट्रस्ट ,सुपौल के द्वारा कृषि पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में किसान नेता श्याम किशोर सुशील, पैक्स अध्यक्ष जय प्रकाश यादव, मुखिया रामानन्द यादव,राजेश यादव, सरपंच लक्ष्मण यादव,संतोष मंडल, पूर्व मुखिया जगदीश यादव, दिनेश यादव,उपमुखिया सज्जन यादव,संजीव कुमार,डॉ उपेन्द्र यादव , गिरधारी यादव,रामबिलास यादव, शिवन सरदार, राजीव कुमार, भारतेंदु कुमार, मो खलील, विमल यादव, निरंजन कुमार सिंह, कनीलाल ठाकुर, हरिनंदन यादव, सोतीलाल मंडल, अरुण मेहता, श्रीलाल मल्लाह, रेशमलाल मेहता, जगदेव राम, आदि उपस्थित थे।
Tagsदिन की बड़ी ख़बरअपराध खबरजनता से रिश्ता खबरदेशभर की बड़ी खबरताज़ा समाचारआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरजनता से रिश्ताबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार खबरहिंदी समाचारआज का समाचारबड़ा समाचारनया समाचारदैनिक समाचारब्रेकिंग न्यूजBig news of the daycrime newspublic relation newscountrywide big newslatest newstoday's big newstoday's important newsHindi newsrelationship with publicbig newscountry-world newsstate wise newshindi newstoday's newsnew newsdaily newsbreaking news
Shantanu Roy
Next Story