सिवान न्यूज़: सीवान शहरी क्षेत्र का कचरा डंप करना नगर परिषद प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित होती जा रही है. बोर्ड गठन के छह माह बाद न तो नगर परिषद कचरा डंप करने के लिए खुद जमीन खोज पाया, न आश्वासन के बावजूद जिला प्रशासन ही नगर परिषद प्रशासन को कचरा डंप करने के लिए जमीन उपलब्ध करा सका. ऐसे में शहर समेत 45 वार्डों का कचरा डंप करना दिन प्रतिदिन चुनौती बनती जा रही है.
बताया जा रहा कि सीवान सदर अंचल प्रशासन द्वारा मौखिक रूप से सीवान सदर प्रखंड के सरावें बुजुर्ग में कचरा डंप करने के लिए उपलब्ध कराई गई जमीन पर भी कचरा डंप करने को लेकर पिछले दिनों बखेड़ा शुरू हो गया है. ऐसे में नगर परिषद अब उस स्थान पर कचरा डंप करने के लिए नहीं ले जा रहा है. बताया जा रहा कि सीवान-छपरा रोड में एक बड़े व्यवसायी की करीब दस बिगहा निजी जमीन पर नगर परिषद क्षेत्र का कचरा डंप हो रहा है. जानकारी के अनुसार, जमीन मालिक ने स्चेच्छा से यह जमीन कचरा डंप करने के लिए दी है. बताया जा रहा कि यहां छह माह से लेकर साल भर तक आसानी से कचरा बिना रेाक टोक के डंप किया जा सकता है. हालांकि यह जमीन भी मौखिक रूष से ही नगर परिषद प्रशासन को कचरा डंप करने के लिए दी गई है. बहरहाल, जानकारों के सीवान सदर प्रखंड सीओ द्वारा मौखिक उपलब्ध कराई गई गैर मजरुआ जमीन का नगर परिषद के ईओ समेत मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद के प्रतिनिधियों ने भी जायजा लिया था. इसके बाद कचरा गिरना शुरू हुआ.
क्या कहतीं हैं उप मुख्य पार्षद
नगर परिषद की उप मुख्य पार्षद किरण गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद के पास स्थायी जमीन नहीं होने से कचरा डंप करने में परेशानी हो रही है. सदर प्रखंड स्थित एक गांव में शहरी क्षेत्र का कचरा डंप हो रहा था. अब वहां पर कचरा डंप करने का विरोध एक युवक द्वरा किया जा रहा है. इसके बाद छपरा रोड में एक निजी जमीन पर शहर का कचरा डंप किया जा रहा है. जमीन मालिक ने स्वेच्छा से जमीन दी है. नगर परिषद प्रशासन भी स्थायी रूष से कचरा डंप करने के लिए जमीन की खोजबीन कर रहा है.
कचरा डंप करने का पहले भी हुआ था विरोध
नगर परिषद द्वारा शहर का कचरा डंप करने को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा विरोध इससे पहले भी खुलेआम हो चुका है. लोगों के अनुसार नगर परिषद द्वारा कचरा डंप करने के दौरान विरोध उठना कोई नई बात नहीं है. स्थायी जमीन नहीं होने से जब कहीं कचरा डंप होता है, स्थानीय लोग उसका विरोध शुरू कर देते हैं. नगर परिषद के पूर्व बोर्ड ने शहर से सटे नौतन प्रखंड के अंगौता में कचरा डंप करने के लिए जमीन खरीदी थी. 12 बिगहा चार कट्ठा 10 धुर जमीन वर्ष 2017 में चार करोड़ तीन हजार 788 रुपये में खरीदी गई थी. नौतन के अंगौता में खरीदी गई जमीन पर नगर परिषद का कब्जा तो नहीं हुआ उल्टे यह जमीन विवादों में जरूर फंसकर रह गईं. पूर्व मंत्री विक्रम कुंवर ने 2019 में डीएम को आवेदन देकर इसकी शिकायत करते हुए जांच की मांग उठाई थी. इस मामले की जांच तत्कालीन डीएम के आदेश पर जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने की थी. जमीन खरीदारी में कई तरह की वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया था.