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कोरोना के बाद 2.95 लाख सीबीएसई छात्रों ने बिहार बोर्ड में लिया दाखिला

Admin Delhi 1
21 Jan 2023 7:41 AM GMT
कोरोना के बाद 2.95 लाख सीबीएसई छात्रों ने बिहार बोर्ड में लिया दाखिला
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पटना न्यूज़: कोरोना काल के बाद सीबीएसई से दसवीं करनेवाले 295791 विद्यार्थियों ने बिहार बोर्ड में दाखिला लिया है. पिछले तीन वर्षों में यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. बिहार बोर्ड की मानें तो 2020 में सीबीएसई से 85353 तो 2021 में 100438 छात्रों ने दाखिला लिया. वहीं 2022 में 110000 विद्यार्थी सीबीएसई से बिहार बोर्ड में शिफ्ट हुए.

सीबीएसई के अलावा आईसीएसई व अन्य राज्य बोर्डों से इस दौरान 77878 विद्यार्थियों ने बिहार बोर्ड के इंटर में दाखिला लिया. कोरोना के बाद लगातार हर साल सीबीएसई के साथ अन्य बोर्ड से छात्र बिहार बोर्ड की तरफ बड़ी संख्या में शिफ्ट हो रहे हैं. कोरोना काल के पहले वर्ष 2018 में सीबीएसई से 55048 छात्रों ने बिहार बोर्ड में 11वीं में नामांकन लिया था. 2019 में यह संख्या 65135 थी. कोरोना काल के पहले के मुकाबले पिछले तीन वर्षों में दूसरे बोर्डों को छोड़कर बिहार बोर्ड में नामांकन लेने वालों की संख्या काफी बढ़ी है. बिहार बोर्ड से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण छात्रों को राज्य सरकार द्वारा दस-दस हजार की छात्रवृत्ति दी जाती है. इसके अलावा टॉप-10 में स्थान प्राप्त करनेवाले छात्रों को लैपटॉप के अलावा एक लाख से 50 हजार रुपए तक छात्रवृत्ति मिलती है. स्कूल या कॉलेज में नामांकन फीस भी कम लगता है. दूसरे बोर्ड से बिहार बोर्ड में आने का यह एक बड़ा कारण है. इसके अलावा भी राज्य सरकार छात्र-छात्राओं के लिए कई तरह की प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है.

● बिहार बोर्ड का नियमित सत्र

● परीक्षा समय पर होना और रिजल्ट जल्द से जल्द देना ● प्रश्न पत्र पैटर्न में बदलाव. बहुविकल्पीय प्रश्नों को 50 फीसदी कर दिया गया ● बिहार बोर्ड में भी 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त होने लगे ● इंजीनियरिंग,मेडिकल परीक्षा के लिए 3 माह तैयारी के लिए समय मिलना

2023 सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षार्थी

● 12वीं बोर्ड में पटना जोन से कुल परीक्षार्थी - 110000

● 12वीं बोर्ड में बिहार से शामिल होंगे कुल परीक्षार्थी - 56789

● 12वीं बोर्ड में झारखंड से शामिल होंगे कुल परीक्षार्थी - 53211

सीबीएसई छोड़ने का मुख्य कारण

● स्कूल में ट्यूशन फीस जरूरत से ज्यादा होना

● नामांकन के लिए स्कूल का चक्कर लगाना

● नामांकन की व्यवस्था ऑनलाइन नहीं होना

● दो साल के सत्र में बीच-बीच में कई तरह के शुल्क वसूलना

● बोर्ड द्वारा हर साल सिलेबस में बदलाव करना

सीबीएसई के 12वीं में पटना जोन (बिहार- झारखंड) में 25769 परीक्षार्थी कम हो गये हैं. 2022 में पटना जोन से कुल 135769 परीक्षार्थियों ने फॉर्म भरा था. इस बार इसकी संख्या एक लाख दस हजार है. बिहार की बात करें तो इस बार 56789 परीक्षार्थियों ने 12वीं बोर्ड के लिए फॉर्म भरा है, जबकि 2022 में बिहार से 86789 परीक्षार्थियों ने फॉर्म भरा था. यानी सीबीएसई 12वीं में बिहार से इस बार 30 हजार परीक्षार्थी कम हो गये हैं. वहीं झारखंड की बात करें तो 2022 में 48980 ने फॉर्म भरा था, पर इस बार 53211 परीक्षा में शामिल होंगे

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