रोहतास न्यूज़: मनरेगा में फर्जी जॉबकार्ड बना राशि भुगतान मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है. फर्जी जॉबकार्ड निर्गत कर लाखों रुपए की हेराफेरी करने के मामले के खुलासे के बाद जिला प्रशासन दोषी अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है.
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले में संलिप्त शिवसागर के तत्कालीन कार्यक्रम पदाधिकारी, पंचायत तकनीकी सहायक, कनीय अभियंता, पंचायत रोजगार सेवक के अलावे अन्य दोषियों से स्पष्टीकरण पूछा गया है. स्पष्टीकरण के साथ ही फर्जी जॉबकार्ड के नाम पर जितनी राशि का भुगतान किया गया है, उसे वसूली के लिए भी लिखा गया है. कार्यक्रम पदाधिकारी को वसूली की जिम्मेवारी दी गई है. शिवसागर प्रखंड के सोनहर पंचायत से मामला जुड़ा है. जहां मनरेगा में फर्जी जॉबकार्ड बनाकर लाखों का भुगतान किया गया है. मामले का तब खुलासा हुआ, जब राज्य स्तरीय टीम ने अधिवक्ता अजय कुमार की शिकायत पर जांच की थी. जांच में शिकायतें सही मिली. यह बात उजागर हुई थी कि जिसने कभी मजदूरी नहीं की है, उनके नाम पर सरकारी राशि का भुगतान किया गया है. हालांकि अभी एक पंचायत में जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ है. अन्य पंचायतों में जॉबकार्डधारियों का सत्यापन किया जाएगा तो बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा होगा. मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि फर्जी जॉबकार्ड बना राशि भुगतान मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
दोषियों से स्पष्टीकरण पूछते हुए राशि वसूली का निर्देश दिया गया है.