भागलपुर न्यूज़: सामाजिक संगठनों की ओर से स्थानीय आम्बेडकर चौक पर तातारपुर (यूनिवर्सिटी ) थाना में दर्ज मामले में शराबबंदी समर्थक कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारी और किये गये मुकदमे के खिलाफ साझा प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया. अध्यक्षता में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता रामशरण ने की.
इसमें सामाजिक न्याय आंदोलन, राष्ट्र सेवा दल, गांधी शांति प्रतिष्ठान केंद्र, लोक समिति, गंगा मुक्ति आंदोलन, बिहार फुले आम्बेडकर युवा मंच, बहुजन स्टूडेंट यूनियन, सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, सर्वोदय मंडल,आदि संगठनों के अतिरिक्त भारी संख्या में इंडिविजुअल तौर पर जुटे और सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने 9 मार्च के सड़क जाम की आड़ में शराबबंदी समर्थक कार्यकर्ताओं पर किये गए मुकदमे व गिरफ्तारी का विरोध जताया. मनोज कुमार मीता ने कहा कि भागलपुर का परबत्ती मोहल्ला शराबबंदी आंदोलन का गढ़ रहा है. जब बिहार सरकार ने शराबबंदी लागू नहीं की थी उस वक्त यहां की महिलाओं ने शराब के खिलाफ आंदोलन किया था. उस आंदोलन को संगठित करने में सामाजिक कार्यकर्ता गौतम कुमार की अहम भूमिका थी. उसी समय से वहां के शराब माफिया की खुन्नस शराब विरोधी कार्यकर्ताओं से रही है. संचालन करते हुए उदय ने कहा कि सड़क पर इकट्ठा होने का मकसद किसी को बाधा पहुंचाना नहीं होता है, बल्कि यह जन आंदोलन का एक तरीका है प्रतिवाद सभा के माध्यम से मांग की गई कि दोषी पुलिस अधिकारी और एफआईआर कर्ता मजिस्टेट पर कार्रवाई की जाय. झूठा मुकदमा अबिलम्ब वापस हो. साझा प्रतिवाद में रामानंद पासवान, अनिरुद्ध, सार्थक भरत, गौतम प्रीतम, प्रकाश चंद्र गुप्ता, तकी अहमद जावेद आदि मौजूद थे.