बिहार

अध्यापकों पर कार्रवाई बंद हो: संघ

Admin Delhi 1
14 July 2023 7:09 AM GMT
अध्यापकों पर कार्रवाई बंद हो: संघ
x

पटना न्यूज़: बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा है कि शिक्षकों को जल्द राज्यकर्मी का दर्जा सरकार को देना चाहिए.

उन्होंने कहा कि सरकार गलत तरीके से स्कूलों का निरीक्षण करा रही है. निरीक्षण दंडात्मक होगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे. शिक्षकों पर कार्रवाई बंद हो. वे बिहार माध्यमिक शिक्षक के साथ बिहार राज्य पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ, परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के विधानमंडल के समक्ष प्रदर्शन के दौरान बोल रहे थे. शिक्षक बिहार राज्य अध्यापक नियमावली 2023 में संशोधन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार जबतक पहले से सेवारत शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं देती है संघर्ष जारी रहेगा. हमारे हित चाहने वाले विधायक और विधान पार्षद सदन में लड़ाई लड़ेंगे. तिरहुत शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद प्रो. संजय कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व से कार्यरत शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए सरकार पर दबाव बनाया है. कोशी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षकों की लड़ाई में दलगत राजनीति से अलग हैं. इस मौके पर बिहार राज्य पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष पंकज कुमार एवं रामचन्द्र राय, उपाध्यक्ष प्रकाश कुमार, सचिव सुप्रिया सिंह ने भी सभा को सम्बोधित किया.

गर्दनीबाग में धरना पर बैठे विधायक

विधान मंडल सत्र के दौरान गर्दनीबाग में धरना- प्रदर्शन के लिए कई संगठन पहुंचते हैं. धरना स्थल पर क्षमता से अधिक प्रदर्शनकारी पहुंच गए थे. वहां की क्षमता करीब 10 हजार है, जबकि 20 से 30 तीस हजार के आसपास प्रदर्शनकारी वहां पहुंचे थे.

शिक्षक प्रदर्शनकारी आगे नहीं जा पाए इसके लिए धरना स्थल के दोनों तरफ लगे गेट को बंद कर दिया था. इससे प्रदर्शनकारियों काफी परेशानी हुई. प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे सीपीआईएमएल के विधायकों ने इसका विरोध किया. विधायक बीरेन्द्र गुप्ता, महबूब आलम, अमरजीत कुशवाहा और गोपाल रविदास गेट खुला रखने की मांग करने लगे. बात अनसुनी होने पर विधायक वहीं धरना पर बैठ गए. प्रशासन ने जबतक उनकी बात नहीं सुनी धरना पर बैठे रहे.

Next Story