गोपालगंज: दस दिनों से दिनकर कला भवन चल रहे एक्टर्स ट्रेनिंग वर्कशाप का समापन समारोह किया गया. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली एवं नटकिया के तत्वावधान में आयोजित इस वर्कशाप के ट्रेनर एनएसडी पासआउट आलोक रंजन थे. विद्यार्थियों को अभिनय और विद्यार्थियों के जीवन पर एक जीवंत दृश्य का काम दिखाया गया. इसमें सभी प्रतिभागियों ने 10-10 मिनट का सोलो परफॉर्मेंस दिया.
वर्कशॉप में फिल्म मेकिंग सिनेमैटोग्राफी का भी प्रशिक्षण दिया गया. सभी वीडियो को मिलाकर 20 मिनट का एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी प्रस्तुत किया गया. अंत में सभी प्रतिभागियों के द्वारा मायसेल्फ परफॉर्मेंस भी किया गया जिसमें वे अपने बारे में कलात्मक तरीके से बताते हैं. इस नाटक को देखने जिले के तमाम रंगकर्मी, प्रतिभागी के परिजन, साहित्यकार, रंगकर्म के दर्शक मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन नाटकिया के अध्यक्ष मनोरंजन मधुकर ने किया. समापन समारोह के अंत में में वरिष्ठ रंगकर्मी अनिल पतंग द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया. इनमें अमन शर्मा, सुमित कुमार, दिवाकर कुमार, विकास कुमार, नवीन कुमार, प्रदीप कुमार, रामाश्रय कुमार, गंगाराम कुमार, नीलू कुमारी, शामिल थे.
विभागीय कड़ाई से बढ़ने लगी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति
विभाग की सख्ती के बाद स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ने लगी है.
एक पखवाड़े पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने फरमान जारी किया था कि प्रखंड मुख्यालयों में स्थित प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम होने पर बीईओ का वेतन बंद होगा. साथ ही, उनपर विभागीय कार्रवाई भी होगी. आदेश में कहा गया था कि पचास प्रतिशत से कम उपस्थिति से यह प्रदर्शित होता है कि बीईओ गुणात्मक निरीक्षण नहीं कर रहे हैं. इधर, इस बाबत पूछे जाने पर शिक्षा विभाग के डीपीओ स्थापना रवींद्र साहू ने बताया कि आज की तारीख में बच्चों की उपस्थिति में व्यापक इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रखंड मुख्यालय स्थिति स्कूलों में पचास प्रतिशत से कम बच्चों की उपस्थिति जैसा कोई मामला नहीं रह गया है.
वहीं जिले के सभी सरकारी स्कूलों में अधिकारियों द्वारा प्रत्येक दिन निरीक्षण करने से शिक्षकों-शिक्षिकाओं में हड़कंप मच गया है.