बक्सर न्यूज़: ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और तेज रफ्तार के कारण सड़क हादसो में लगातार इजाफा हो रहा है. तेज रफ्तार के कारण लोग बेमौत मर रहे हैं.
खासकर, युवा पीढ़ी रफ्तार के कहर की भेट चढ़ रही हैं. ग्रामीण क्षेत्रों से गुजरने वाली सड़कों पर रफ्तार देखने को मिलता है. इस पर ब्रेक लगाने और ट्रैफिक नियमों का पालन कराने का कोई खास इंतजाम नहीं है. कभी-कभार हेलमेट और सीट बेल्ट को लेकर पुलिस का अभियान चलता है. बावजूद, इसके आधे से अधिक बाइक सवार बगैर हेलमेट के सफर कर रहे हैं. स्पीड पर लगाम के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है.
रफ्तार के कारण हो रही दुर्घटनाएं तेज रफ्तार के कारण आए दिन होने वाले सड़क हादसेा में लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि साठ प्रतिशत हादसे रफ्तार के कहर के चलते हो रहे हैं. यदि आंकडों पर गौर करें तो रफ्तार का शिकार होने वालों में अधिकांश युवा वर्ग शामिल है. एनएच-120 पर मुगांव मोड़ और टेढ़की पुल के समीप कई युवा रफ्तार की भेंट चढ़ गए थे. इसके पीछे तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी का मामला सामने आता रहा है. बाइक और ऑटो पर क्षमता से अधिक लोगों को सवार करना भी दुर्घटना का एक कारण माना जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों से गुजरने वाली सड़कों पर आये दिन दुर्घटनाएं हो रही है. लेकिन, इन दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है.
फोरलेन पर गलत लेन में चलने और गलत ढंग से सड़क पार करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया गया था. आगे कार्रवाई की जाएगी.
- कुमार पंकज, एसडीओ, डुमरांव.
रफ्तार मापने की नहीं है व्यवस्था
शहरी क्षेत्र के सड़कों पर तेज रफ्तार में गुजरने वाले वाहनों की गति मापने और ई-चालान से जुर्माना वसूलने की कोई व्यवस्था नहीं है. यातायात पुलिस के नाम पर होमगार्ड के दो-चार जवानों को डंडा देकर सड़कों पर खडा कर दिया गया है. इनके पास न तो इंटरसेप्टर वाहन और न ही गति मापने की स्पीडोमीटर होती है. सड़कों पर दोपहिया वाहन रफ्तार में दौड़ती है. ऑटो और चारपहिया यात्री व मालवाहक वाहनों की रफ्तार भी नियंत्रण के विपरीत होती है. इन वाहनों का चालान काटने की व्यवस्था नहीं है. वैसे यातायात नियमों को बहाल करने के नाम पर दोपहिया वाहनों की चेकिंग लगाकर हेलमेट के लिए जुर्माना वसूला जा रहा है. वाहन चेकिंग और जुर्माना वसूले जाने के बाद भी पचास प्रतिशत लोग बगैर हेलमेट के वाहन दौड़ा रहे हैं. अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेलमेट का प्रयोग कर काफी हद तक सड़क हादसे में होने वाली मौतों पर काबू पाया जा सकता है.
फोरलेन पर मनमाने ढंग से बदल लेते लेन
बक्सर से पटना को जोड़ने वाली एन.एच.922 पर भी वाहन चालक नियमों के विपरीत परिचालन कर रहे है. ढकाईच के समीप हर दिन बस चालक मनमाने ढंग से गलत लेन म़ें चलते हैं. यह हाल बाइक चालक से लेकर अन्य वाहनों की है. जिसके कारण ढकाईच से लेकर प्रतापसागर के बीच आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है. नया भोजपुर सब्जी मंडी के समीप फोरलेन पर लोडिंग अनलोडिंग के कारण हर दिन हादसे की आशंका बनी रहती है.