नालंदा न्यूज़: करणबिगहा गांव में दादी-पोता की दोहरी हत्याकांड की जांच के लिए डॉग स्क्वायड एवं एसएफएल की टीम पहुंची. उन्होंने दो घंटे की जांच में कई अहम सुराग जुटाए. दादी-पोता की हत्या से गांव में शोक की लहर है. लोगों में आक्रोश भी देखा गया. पोते की मौत से घर का इकलौता चिराग बुझ गया. सुनियोजित तरीके से अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है.
पीड़ित परिवार के सदस्य नवल किशोर प्रसाद ने बताया कि उनका भतीजा अपने परिवार के साथ गांव में ही रहता है. की दोपहर तक सब कुछ सामान्य था. परिवार का मुखिया अंजन पटेल रोज की तरह साढ़े 11 बजे बिहारशरीफ के लिये निकला. उस समय घर मे सिर्फ उनकी बूढ़ी मां मीना देवी व चार वर्षीय पुत्र अंश पटेल ही था. अंजन पटेल की पत्नी अपने पूरे परिवार के साथ मायके गयी थी. की दोपहर यह घटना हो गयी. ग्रामीणों की मानें तो दो से चार बजे के बीच ही घटना को अंजाम दिया गया. अपराधियों ने बड़ी सफाई से दिन के उजाले में ही घटना को अंजाम दिया. उन्हें पता था कि घर में बूढ़ी औरत एवं नन्हे बालक के सिवा कोई नहीं है. मकान में किनारे के दरवाजे से प्रवेश कर आलमारी से जेवर एवं नकदी पर हाथ साफ किया. संभवत विरोध करने अथवा पहचान उजागर होने के डर से दादी-पोते की गला घोंटकर हत्या कर दी. दोनों के गले में रस्सी लगी थी. हत्या के बाद शव को घर के अंदर ही खाट पर लिटाकर छोड़ दिया गया था. शाम तक घर से कोई आहट सुनाई नहीं दी. पास बंधी भैंस के तोड़कर इधर उधर घूमने के बाद जब पड़ोसी घर के अंदर आवाज देने लगे, तो कोई उत्तर नहीं मिला. बाद में घर के अंदर दोनो का शव देख ग्रामीण सन्न रह गये. घर के इकलौते बेटे अंश को खोने के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद व थानाध्यक्ष अफसर हुसैन दल बल के साथ पहुंचे. उन्होंने बताया कि पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है. हत्यारों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.