एईएस से मौत का आंकड़ा शून्य करने को लेकर विशेष योजना बनाई गई
नालंदा: एईएस से निबटने को लेकर कई तरह की तैयारी चल रही है. एईएस से मौत का आंकड़ा शून्य करने को लेकर विशेष योजना बनाई गई है. इसके तहत जिले में एईएस पीड़ित बच्चों की हर दिन मॉनिटरिंग की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग ने भीषण गर्मी को देखते हुए जिले को यह निर्देश दिया है. से ही प्रशासनिक और स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट करा दिया गया है, ताकि समय रहते तैयारी पूरी कर ली जाए. प्रत्येक सप्ताह राज्य स्वास्थ्य विभाग जिले में एईएस से निबटने को लेकर की जा रही तैयारियों का जायजा लेता है.
स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया है कि जिले के कंट्रोल रूम से एईएस पीड़ित बच्चों का हाल जाना जाएगा. परिजनों से बच्चों के बीमार होने, इलाज संबंधित जानकारी लेने को कहा गया है. इनसे मिली जानकारी मुख्यालय को भेजी जाएगी.
एईएस के प्र को जिले में आए 19.95 लाख हैंडबिल एईएस के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए जिले को 19 लाख 95 हजार हैंडबिल उपलब्ध कराए गए हैं. इसके अलावा और आवश्यकता पड़ने पर हैंडबिल दिए जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग ने प्र-प्रसार को लेकर सीएस सहित अन्य को निर्देश जारी किया है. इसमें निजी अस्पतालों में भी एईएस से बचाव को लेकर प्र-प्रसार को कहा गया है.
2019 से अबतक 126 बच्चों की हो चुकी है मौत जिले में एईएस से पिछले वर्षों में 603 बच्चे बीमार हुए है. इसमें 2019 से अब तक 126 बच्चों की मौत हो चुकी है. विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक 2019 के जून में 111 बच्चों की मौत हुई थी. वहीं, 2020 में , 2021 में और 2022 में एक बच्चे की मौत हुई थी.