80 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षक की हत्या मामले में एक नया खुलासा हुआ
सिवान: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सरसर गांव में गला रेतकर 80 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षक की हत्या मामले में एक नयी बात सामने आयी है. अपराधी पैदल आए थे और करीब पांच मिनट में ही घटना को अंजाम देकर मौके से फरार होने में कामयाब हो गए.
ग्रामीणों ने बताया कि की रात को करीब पौने बजे रामानुज सिंह घर से खाना खाकर बथान के लिए निकले थे और 8 बजकर 9 मिनट पर पुलिस को हत्या की सूचना दे दी गयी थी. घटना करीब बजे की ही बतायी जा रही है.
माना जा रहा है कि अपराधी पहले से ही घात लगाकर बैठे थे और घटना को अंजाम देकर फौरन वहां से निकल गए. वहीं, घटना स्थल पर अपराधियों ने कोई सबूत भी नहीं छोड़ा है. वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस घटना की बारीकी से जांच करते हुए अपराधियों को चिन्हित करने और उनकी गिरफ्तारी को लेकर प्रयास करने में जुटी है.
मौके पर पहुंची डॉग स्क्वाएड की टीम : घटना के बाद अपराधियों की पहचान के लिए छपरा से डॉग स्कवाएड की टीम बुलायी गयी. मौके पर पहुंची डॉग स्वाएड की टीम ने सबसे पहले अपने साथ लाए डाग को घटना स्थल का लेकर गयी और उसके बाद वह अपराधियों को चिन्हित करने में जुट गया. दौड़कर बार-बार वह स्टेशन पर पहुंच रहा था और इसके बाद वहां से आगे नहीं बढ़ रहा था. कई बार रह की कोशिश के बाद टीम को कोई विशेष सफलता हाथ नहीं लग सकी.
फारेंसिंक टीम ने भी घटना स्थल से एकत्र किया नमूना : हत्याकांड की गहनता से जांच को लेकर मुजफ्फरपुर से फारेंसिंक टीम भी घटना स्थल पर पहुंची. टीम में कुल तीन सदस्य शामिल थे. सभी ने घटना स्थल पर सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों से नमूना एकत्र कर उसे सुरक्षित किया. कई घंटे तक रुकने के बाद टीम पुन: वापस लौट गयी.
करीब दो घंटे तक रखा सड़क जाम : घटना से गुस्साएं लोगों ने सीवान-गोपालगंज मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. करीब साढ़े बजे ग्रामीण सड़क पर बैठ गए और करीब साढ़े नौ बजे तक बैठे रहे. वहीं, सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी. ग्रामीणों की मांग थी कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस के वरीय पदाधिकारी घटना स्थल पर नहीं पहुंचे हैं. बाद में किसी तरह उन्हें समझा-बुझाकर मामले को शांत कर जाम को हटवाया गया.
टावर डंप का सहारा ले रही है पुलिस : पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस इस कांड से जुड़े अपराधियों की पहचान करने के लिए टावर डंप का सहारा ले रही है. की रात में ही यह कार्य पूरा कर लिया गया है. टावर डंपिंग पुलिस के लिए मददगार साबित हो सकती है. हालांकि की शाम तक पुलिस ने पूछताछ के लिए किसी को हिरासत में नहीं ली है. बावजूद इसके अपराधियों का पता लगाने में जुटी हुई है. वहीं कई अहम जानकारी भी मिली है. जानकारी के अनुसार कार्रवाई होगी.