पटना. जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने स्पष्ट रूप से सहयोगी बीजेपी को इस धारणा के लिए जिम्मेदार ठहराया कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सबकुछ ठीक नहीं है. उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) के इस दावे को लेकर उनकी आलोचना की कि बिहार तेजी से राष्ट्र विरोधी आतंकवादी गतिविधियों (Terrorist Activities) का केंद्र बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों (बीजेपी और जेडीयू) के बीच कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, लेकिन बीजेपी नेताओं के बयान अक्सर गलत धारणा को जन्म देते हैं.
जेडीयू-बीजेपी संबंधों के बारे में पत्रकारों के सवालों के जवाब में उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि सहयोगी दल के नेताओं को अनर्गल बयान देने से बचना चाहिए.
फुलवारी शरीफ में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) टेरर मॉड्यूल (Phulwari Sharif Terror Module) के खुलासे के संदर्भ में संजय जायसवाल के द्वारा पिछले हफ्ते की गई टिप्पणियों के बारे में पूछने पर जेडीयू के नेता ने तंज भरे लहजे में कहा कि वो जिस तरह से बोलते हैं, ऐसा लगता है कि उन्हें तथ्यों के बारे में प्रशासन से अधिक मालूम है. यदि ऐसा है तो उन्हें यह अधिकारियों के साथ साझा करना चाहिए. कहीं ऐसा न हो कि उन पर संवेदनशील जानकारी छिपाने का आरोप लग जाए. कुशवाहा ने कहा कि हमें बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि मॉड्यूल का पर्दाफाश किसी बड़े साजिश का कारण नहीं है. पूर्व में कई अन्य राज्यों में इस तरह के टेरर मॉड्यूल का खुलासा हुआ है. प्रशासन को जितनी जानकारी है, उस पर कार्रवाई हो रही है. इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. अमन-चैन कायम रहे, इसके लिए सरकार हर तरह से काम कर रही है.
CM नीतीश का शपथ ग्रहण समारोह में न जाना, गौर करने का विषय नहीं'
कुशवाहा ने मीडिया के एक वर्ग की इन अटकलों को भी खारिज किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होने का फैसला बीजेपी से उनकी नाराजगी के कारण लिया गया था. उन्होंने कहा कि हर एक कार्यक्रम में हर व्यक्ति शामिल हो, इसकी जरूरत नहीं होती. राष्ट्रपति का चयन हो चुका है. शपथ ग्रहण औपचारिकता मात्र है. मुख्यमंत्री या कोई अन्य व्यक्ति नहीं जा रहा, यह गौर करने का विषय नहीं होना चाहिए. उनका न जाना सामान्य बात है, क्योंकि मुख्यमंत्री के पास बहुत काम रहता है.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा के इस सप्ताह के अंत में बिहार दौरे के बारे में पूछे जाने पर जेडीयू के नेता ने कहा कि इससे हमें कोई सरोकार नहीं है. वो अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम के लिए आ रहे हैं. बिहार में सबसे बड़े नेता नीतीश कुमार हैं, इसमें कोई शक नहीं है.
कुशवाहा से जब पूछा गया कि क्या दोनों दल 2024 के लोकसभा चुनाव और उसके एक साल बाद 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे इस पर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में क्या होगा, इसकी भविष्यवाणी कौन कर सकता है. (भाषा से इनपुट)