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PATNA: बिहार का एक बड़ा नटवरलाल गिरफ्तार हुआ है। नटवरलाल पटना हाईकोर्ट का सीनियर जज बनकर बिहार के डीजीपी को फोन करता था। वह तत्कालीन एसएसपी को बचाने के लिए जज के नाम पर डीजीपी पर दबाव बना रहा था। आर्थिक अपराध इकाई को उच्च स्तरीय जांच का आदेश मिला। इसके बाद ईओयू ने 24 घंटे में ही पूरे मामले से पर्दा उठा दिया और नटवरवाल अभिषेक अग्रवाल को तीन साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह डीजीपी को एक आईपीएस अफसर को बचाने के लिए जज बनकर फोन करता था।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार नटवर लाल के पास से नौ सीम कार्ड,दर्जनों मोबाईल मिला है। मोबाइल की जब फॉरेंसिक जांच की गई तो आरोप प्रमाणित हो गये।सख्ती से पूछताछ में भी आरोपी अभिषेक अग्रवाल ने कबूल किया हां वो तत्कालीन एसएसपी को बचाने के लिए डीजीपी को फोन किया था। जांच में यह बात सामने आई है कि यह पहले भी जेल जा चुका है। गृह मंत्री का पीएस बनकर अफसरों को फोन करता था। इस आरोप में पुलिस ने 2018 में गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया था। इसके पहले 2014 में बिहार के एक पुलिस अधीक्षक को भी ब्लैकमेल किया था। उनके पिता से मोटी रकम की वसूली की थी। जालसाज अभिषेक अग्रवाल पर भागलपुर में केस भी दर्ज हुआ था। इसके अलावे एक अन्य आईपीएस अफसर से भी 2 लाख की ठगी की है।
जानकारी के अनुसार जांच में यह बात सामने आई है कि यह फ्रॉड हाईकोर्ट के एक सीनियर जज के साथ तस्वीर खिंचा कर व्हाट्सअप डिपी में लगाये रहता था। साथ ही फेसबुक पर बड़े नेता,अफसरों के साथ तस्वीर लगाता था। बता दें. जिस आईपीएस अफसर को बचाने के लिए यह नटवरलाल फोन करता था उसे क्लीनचिट मिल गई है। उस आईपीएस अफसर के खिलाफ शराब के एक मामले में थाने में केस दर्ज हुआ था। लेकिन हाल ही में आरोपी आईपीएस अफसर को उस केस में क्लीनचिट दे दिया गया है। आर्थिक अपराध इकाई ने आरोपी के खिलाफ,धोखाधड़ी,फर्जी नाम से फोन करने व साईबर केस में जेल भेजा है। साथ ही पूछताछ में जो बातें निकल कर सामने आई है,उस आधार पर उस आईपीएस अफसर के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
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