पटना न्यूज़: राज्य की साढ़े छह दर्जन प्रमुख ग्रामीण सड़कें बरसात के पहले न सिर्फ चकाचक होंगी बल्कि अगल पांच साल तक इन्हें यातायात के लायक सुगम बनाए रखने की पूरी तैयारी है. राज्य सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग ने 68 ग्रामीण सड़कों के निर्माण एवं रखरखाव के लिए टेंडर जारी कर दिया है.
विभाग करीब 8000 लाख रुपए इन सड़कों पर खर्च करने जा रहा है. इस राशि से लगभग 150 किमी ग्रामीण सड़कों का कायाकल्प किया जाएगा. निविदा की प्रक्रिया 15 मई तक होनी है. जिन 16 जिलों की विभिन्न महत्वपूर्ण ग्रामीण पथों की सतह के निर्माण के लिए निविदा जारी की गई है उनमें सारण, गया, कैमूर, नवादा, सासाराम, बांका, मुंगेर, पटना, नालंदा, बेगूसराय, सीतामढ़ी, मधुबनी, खगड़िया, अररिया, मधेपुरा और समस्तीपुर की ग्रामीण सड़कें शामिल हैं. ग्रामीण कार्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिन ग्रामीण सड़कों का निर्माण होना है उनमें 0.6 किमी से लेकर 2 और 3 किमी की 68 सड़कें शामिल हैं. कुल 146.943 किमी सड़कों के निर्माण के लिए निविदा तो केन्द्रीयकृत मांगी गयी है, लेकिन काम संबंधित कार्य प्रमंडल की निगरानी में चलेगा. सबसे अधिक ग्रामीण सड़क परियोजनाओं पर जिन जिलों में मई-जून में काम होगा, उनमें सासाराम की 11, गया की 10, सारण व खगड़िया की 8-8, बांका की 6 जबकि सीतामढ़ी की 4 सड़कें शामिल हैं. शेष जिलों में एक-दो सड़कों का टेंडर किया गया है. पटना जिले के पुनपुन में 2.830 किमी ग्रामीण सड़क बननी है तथा उसपर 169.242 लाख रुपए खर्च होने हैं.