
मुजफ्फरपुर: साइबर फ्रॉड कर लोगों के खाते से रुपए उड़ाने वाले गैंग का हवाला कनेक्शन सामने आया है। उससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि साइबर फ्रॉड किराए के बैंक खातों का इस्तेमाल कर यह धंधा चला रहे हैं। करोड़ों के साइबर फ्रॉड में हरियाणा की एसटीएफ और मुजफ्फरपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इसका खुलासा हुआ है। टीम ने दबोचे गए दो शातिरों की निशानदेही पर शुक्रवार को मोतिहारी व सरैया में छापेमारी की। टीम ने दोनों जगहों से तीन और शातिरों को गिरफ्तार किया। इनमें दो मोतिहारी और एक सरैया का रहनेवाला हैं। पुलिस ने भारी संख्या में एटीएम कार्ड व मोबाइल सहित अन्य सामान जब्त किया है।हरियाणा और बिहार एसटीएफ और मुजफ्फरपुर पुलिस के हत्थे चढ़े फिशिंग और हवाला कारोबार से जुड़े पांच शातिर से पूछताछ में कई अहम जानकारियां निकलकर सामने आई है।
हालांकि, पुलिस ने इसका अभी खुलासा नहीं किया है। लेकिन, ये वही गिरोह है, जिसने हरियाणा के कांग्रेस और भाजपा के पांच विधायकों को कॉल कर जान से मारने की धमकी दी थी। एक ही मोबाइल नम्बर से पांचों को धमकी मिली थी। जिन्हें धमकाया गया था, उसमें साढ़ौरा की कांग्रेस विधायक रेणुबाला, सफीदो के कांग्रेस विधायक सुभाष गांगोली, सोहना के भाजपा विधायक संजय सिंह और सोनीपत के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार शामिल है। इन्हें 28 से 30 जून के बीच मोबाइल पर कॉल कर धमकाया गया था। वही बादली के कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स के घर पर हमला हुआ था और धमकी भी दी गयी थी।
धमकी भरे नम्बर से लाखों का मिला ट्रांजैक्शन
इस मामले की हरियाणा एसटीएफ ने जांच शुरू की। जांच में मोबाइल नम्बर की कॉल डिटेल खंगाली गई तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। जिस नम्बर से धमकी दी गयी थी, उससे हर दिन और हर महीने लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन हो रहा था। इसके बाद टीम उस नम्बर को ट्रेस करती हुई मुजफ्फरपुर तक पहुंची। यहां से गोपालगंज और मुजफ्फरपुर के पांच शातिरों को दबोचा गया। इनकी पहचान मुजफ्फरपुर सरैया के सरोज पंडित, गोपालगंज विकास कुमार, राधे श्याम और सादिक अनवर है। जबकि एक युवक को अभी सन्देह के आधार पर हिरासत में रखा गया है।
ये सभी सदर थाना के यादव नगर और अहियापुर के अयाची ग्राम मोहल्ले में किराए पर कमरा लेकर रहते थे, जहां से इन्हें दबोचा गया है। इनके पास से सैंकड़ों डेबिट कार्ड, आधार कार्ड और बैंक पासबुक बरामद किए गए हैं। जिस नम्बर से धमकी दी गयी थी वह मोबाइल भी बरामद होने की चर्चा है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।
कई सवालों के जवाब खोज रही पुलिस
अब एसटीएफ ये जानने की कोशिश कर रही है कि हरियाणा के विधायक को इनलोगों को क्यों धमकाया था। इनकी पहुंच किस तरह हरियाणा तक है। या फिर इनके नम्बर का इस्तेमाल कर इनके आका ने ये हरकत की थी, इन सारे सवालों का जवाब खोजने में एसटीएफ और जिला पुलिस जुटी हुई है। टीम को यकीन है कि इनका कनेक्शन पाकिस्तान और सऊदी अरब से जुड़ा हुआ है तो निश्चित तौर पर बॉर्डर पार से ही ये हरकत की गई होगी।
आज किया जा सकता खुलासा
SSP जयंतकांत ने बताया कि कार्रवाई पूरी होते ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा। इसके बाद हरियाणा पुलिस इन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेकर रवाना होगी। फिलहाल सभी से सदर थाना पर पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा ये लोग हवाला और फिशिंग के लिए जिनका बैंक अकाउंट इस्तेमाल करते थे। उनलोगों से भी पूछताछ करने की कवायद की जा रही है। बता दें कि पकड़े गए शातिर फिशिंग के अलावा हवाला के कारोबार से भी जुड़े हुए हैं। लकी ड्रॉ और KBC में इनाम जितने का झांसा देकर लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं। इसके अलावा हवाला के पैसे को व्हाइट मनी में तब्दील कर भेजते हैं। इसके लिए गरीब महिला और बुजुर्गों के खाते का इस्तेमाल करते हैं। इसके बदले उन्हें 15-20 हजार रुपए महीना देते है । प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर इन शातिरों को मास्टरमाइंड द्वारा 6% कमीशन दिया जाता है।