बिहार

बिहार में डॉक्टर और नर्स के 45 फीसदी पद रिक्त

Admindelhi1
11 March 2024 6:24 AM GMT
बिहार में डॉक्टर और नर्स के 45 फीसदी पद रिक्त
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सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज में परेशानी होती है

सिवान: राज्य में डॉक्टर और नर्स के लगभग 45 फीसदी पद रिक्त हैं. इससे सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज में परेशानी होती है. एक हजार की आबादी पर एक डॉक्टर आदर्श स्थिति मानी जाती है.

इस हिसाब से देश भर में 14 लाख डॉक्टर चाहिए, लेकिन अभी 11 लाख हैं. यानी आवश्यकता से थोड़ा कम है. यानी लगभग 1200 की आबादी पर एक डॉक्टर हैं. बिहार में लगभग 2700 की आबादी पर एक डॉक्टर की उपलब्धता है. बिहार में यह स्थिति निजी और सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध डॉक्टरों की है. सरकारी अस्पताल के हिसाब से 30 हजार की आबादी पर एक डॉक्टर की उपलब्धता है. राज्य में जिला, अनुमंडल, मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लेकर विभिन्न स्तर के सरकारी अस्पतालों में स्थायी डॉक्टर के 12895 पद स्वीकृत हैं. इसमें 7144 डॉक्टर कार्यरत हैं. यानी स्थायी पद वाले डॉक्टरों में 5751 रिक्त हैं.

जबकि संविदा वाले डॉक्टर के 4751 पद स्वीकृत हैं. इसमें 2720 कार्यरत हैं. यानी संविदा वाले डॉक्टरों के भी 2031 पद रिक्त हैं. राज्य में ए ग्रेड नर्स के 17460 स्वीकृत पद हैं. इसमें 9650 कार्यरत हैं. यानी ए ग्रेड नर्स के 7810 पद रिक्त हैं. ए ग्रेड नर्स की 2021-22 में संख्या 10013 थी, जबकि 2022-23 में घट कर 9650 हो गई. संविदा वाले ए ग्रेड नर्स के 4970 पदों में 2021-22 में 422 कार्यरत थी, जबकि 2022-23 में इसकी संख्या बढ़ कर 2875 हुई. एएनएम के 29479 स्वीकृत पद में 15655 कार्यरत हैं. 13824 पद रिक्त हैं. 2021-22 में एएनएम की संख्या 17655 थी, जो 2022-23 में घट कर 15205 हो गई. इसी तरह संविदा वाले एएनएम के 11204 स्वीकृत पद में 2021-22 में 1584 कार्यरत थीं, जबकि 2022-23 में बढ़ कर 9977 हो गए.

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