मधुबनी: सीमांचल में नकली जेवरात बेचनेवाला ठग गिरोह इन दिनों सक्रिय है. ठग गिरोह इमोशनल कार्ड का इस्तेमाल पर काली करतूत को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे ही एक मामला कटिहार के सहायक थाना क्षेत्र में आया है.
दंपती का रूप धर ठगों ने रेलवे कर्मी को झांसे में लिया और नकली जेवरात बेचकर लाख लाख नकद ठग लिए. इस दौरान ठगों ने बेटी को कैंसर होने के कारण इलाज के लिए पुश्तैनी जेवरात बेचने की बात रेलकर्मी को कही. ठगों ने रेलकर्मी एम. कुमार को बताया कि उनके पास लाख के जेवरात हैं. बेटी के इलाज के लिए वो इसे पांच लाख में बेचने को तैयार हैं. रेलकर्मी झांसे में आ गए और ठगों को अपने घर ले गए. इसके बाद नकली जेवरात के बदले रेलकर्मी ने उसे चार लाख रूपये भुगतान कर दिया. ठगे गए रेलकर्मी ने डाक से पुलिस को बताया. वहीं ठग ने रेलकर्मी को अपना नाम सुनील प्रजापति बताया था. असम का मूल निवासी है.
मालदा में कार्यरत है ठगी का शिकार रेलकर्मी
कटिहार रेल मंडल के मालदा में कार्यरत एक रेलकर्मी ने नगर पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि गत 23 फरवरी को स्टेशन से अपने किराये के घर जा रहा था. इसी बीच जीआरपी चौक पर एक दंपती उनसे मिलकर आर्थिक मदद मांगने लगे. बेटी को कैंसर का हवाला दिया. कहा, उसके इलाज के लिए लाखों रुपये खर्चा है.
अपनी बेटी को कैंसर का इलाज बड़ा अस्पताल में करवा सके. इसके लिए वह अपना पुश्तैनी जेवर बेचना चाहते हैं. झांसे में आकर ठग दंपती ने उसे चार लाख दे दिए.
जांच में नकली निकले सारे जेवरात
रेलकर्मी ने बताया कि जब जेवरात की जांच सर्राफा दुकान पर कराई तो सब नकली निकले. ठगों ने मोबाइल नंबर दिया था. उस नंबर पर फोन करने पर वह स्विच ऑफ मिला. मामले पर नगर थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रकार की शिकायत पुलिस को मिली है. मामले की जांच कर दोषी की पहचान के लिए छानबीन में जुट गई है. घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जायेगा.
इसके बाद आरोपी का शिनाख्त कर उसे पकड़ने का प्रयास किया जायेगा.