x
बिहार में आज यानी रविवार को भी मॉनसून की भारी बारिश लोगों को परेशान कर सकती है. प्रदेश के 11 जिलों के लिए आने वाले घंटे भारी पड़ सकते हैं. हालांकि, मॉनसून ने बिहार को भीषण गर्मी और उमस से राहत दी है, लेकिन मौसम विभाग ने 11 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है. बीते तीन दिनों में हुई बारिश के बाद अब मौसम विभाग पांच जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है.
बारिश की वजह से सीमांचल सहित उत्तर बिहार से गुजरने वाली कई नदियां उफान पर हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के 11 जिले बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज में जोरदार बारिश होगी. वहीं, बाकी के 27 जिलों पर भी मौसम मेहरबान रहेगा.
स्थिति ये है कि तीन दिनों तक हुई बारिश में वज्रपात की वजह से दर्जनों लोगों की जान गई है. सरकार की ओर से एडवाइजरी जारी कर कहा गया है कि मौसम को देखते हुए लोग घरों से बाहर नहीं निकलें. तीन दिनों में कुल 26 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. आपको बता दें कि बुधवार को 16 लोगों की जान गई थी. वहीं, गुरुवार को पांच लोग व्रजपात के शिकार हो गए थे. शुक्रवार को पांच लोगों की ठनका गिरने से जान चली गई थी. शनिवार को इससे मरने वालों की संख्या 9 रही. ऐसे में अब तक कुल 35 लोग बिजली गिरने की घटनाओं में जान गंवा चुके हैं.
मुख्यमंत्री राहत कोष से सभी के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है. इधर मॉनसून के बिहार में प्रवेश के बाद उत्तर बिहार में बाढ़ के हालात पैदा होने लगे हैं. मुजफ्फरपुर सहित आस-पास के जिलों में 40 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जा रही है. दक्षिण हिस्से में तीन से 30 mm तक बारिश रिकार्ड की गई है.
भारी बारिश की वजह से सुपौल के वसुआ स्थित कोसी नदी में और अररिया के परमान नदी में पानी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है. गोपालगंज में गंडक का पानी खतरे के निशान से पचास सेंटीमीटर ऊपर है. किशनगंज का हाल और भी बदहाल है. महानंद उफान पर है, खतरे के निशान से 100 सेंटीमीटर ऊपर है. पूर्णिया में 87 सेंटीमीटर और कटिहार के झावा में 100 सेंटीमीटर से ऊपर है. मुजफ्फरपुर में रूनी सैदपुर स्थित बागमती में पानी का स्तर 85 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 70 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, मधुबनी के झंझारपुर स्थित कमला बलान नदी में पानी का स्तर खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
Next Story