पटना: प्रश्न-पत्र लीक मामले में अब तक करीब 300 संदिग्ध मोबाइल नंबर सामने आ चुके हैं. इनकी तफ्तीश शुरू कर दी गई है. इन नंबरों से कितने दिनों में कितने कॉल, कहां-कहां किए गए थे.
परीक्षा के एक दिन पहले तक सबसे ज्यादा कौन-कौन से नंबरों की आपस में बातचीत हुई है. इनका लोकेशन क्या था. इसके अलावा इन मोबाइल नंबरों में कितने में हाल के समय में बड़ी संख्या में पैसे के लेनदेन या ट्रांसफर हुए हैं. इनमें कितनी बड़ी राशि ट्रांसफर हुई है, इसकी जानकारी भी निकाली जा रही है. इसके अलावा 0 के असपास बैंक एकाउंट भी रडार पर हैं. इन बैंक खातों में हुए लेनदेन की भी जांच चल रही है. जिन एकाउंट में अधिक लेनदेन हुए हैं, उनका चयन करके अलग से जांच की जाएगी. पूरे रैकेट में शामिल बैंक खातों की पहचान कर इन्हें जल्द ही फ्रीज कर दिया जाएगा. इनमें जमा राशि को निकालने पर रोक लगा दी जाएगी. यह देखा जाएगा कि अधिक संदिग्ध बैंक खाते किनके नाम पर हैं और इनमें किन स्थानों से कितने की राशि ट्रांसफर की गई है. किन-किन लोगों से कितनी राशि अब तक ली जा चुकी है. अभ्यर्थियों से वसूले गए पैसे को कहां तक भेजा गया था. इन सभी बातों की जांच की जाएगी. पैसे किन-किन लोगों तक पहुंचाए गए हैं या पहुंचाने की तैयारी में जुटा है. इस पूरे रैकेट में किन-किन लोगों तक पैसे अब तक पहुंचे हैं.
इस कांड को करने के लिए इनके संरक्षक कौन-कौन लोग थे. पूरे प्रकरण में एसआईटी इस बात का खासतौर से पता लगाने में जुट गई है कि प्रश्न-पत्र आउट कहां से और कैसे किया गया था. इसमें किन-किन प्रमुख लोगों की मिलीभगत है. क्या बीपीएससी के भी कोई पदाधिकारी या कर्मी इसमें शामिल हैं. इन सभी सवालों के जवाब ढूढ़ने के लिए कई पहलुओं पर जांच शुरू हो गई है.