पटना न्यूज़: नगर परिषद बोर्ड के गठन के बाद बोर्ड की दो बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन विकास कार्य अभी भी पटरी पर लौटती नहीं दिख रही है. विशेषकर के साफ-सफाई के लिए सही व्यवस्था नहीं होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है. नगर परिषद क्षेत्र के नए वार्डों की कौन कहे कई पुराने वार्डों में भी सफाई की स्थिति काफी लचर है, कचरा स्पॉट से भी समय से कचरे का उठाव नहीं होता है, इससे परेशानी बढ़ती जा रही है.
बहरहाल, नगर परिषद बोर्ड ने शहर समेत सभी वार्डों की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नए सिरे से प्लान बनाया है. इसके तहत पंद्रह-पंद्रह वार्डों की सफाई एनजीओ से कराई जायेगी, जबकि पंद्रह वार्ड की सफाई नगर परिषद के सफाई कर्मी करेंगे. सफाई कार्य के बेहतर संचालन के लिए नगर परिषद प्रशासन द्वारा पांच जेसीबी मद, पांच वार्ड पर एक फॉगिंग मशीन, दो कम्पेक्टर मशीन व 30 से 35 कीपर खरीदने की तैयारी की गई है. बताया जा रहा कि इस मद में नगर परिषद के पास 40 करोड़ रुपये उपलब्ध है. इसी बात को लेकर नगर परिषद में विरोध शुरू हो गया है. इस मुद्दे पर तीस वार्ड पार्षद एक तरफ और पंद्रह पार्षद दूसरी तरफ खड़े नजर आ रहे हैं. 30 वार्ड पार्षदों का दल एनजीओ से सफाई कराने की स्थिति में सफाई सामग्री नहीं खरीदने की बात कर रहा है, जबकि नगर परिषद प्रशासन का कहना है कि बेहतर सफाई के लिए नगर परिषद के पास पर्याप्त संसाधन होने चाहिए. बहरहाल, सशक्त स्थायी समिति की बैठक में एनजीओ व नप सफाई कर्मियों से सफाई कराने के संदर्भ में प्रस्ताव लाने के बाद बोर्ड की बैठक में इसे पारित भी करा दिया गया है. नगर परिषद सूत्रों के अनुसार मई माह में एनजीओ रखने के लिए टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जायेगी. एनजीओ के चयन के बाद उसी अनुरुप सफाई शुरू कराई जायेगी. इधर,
सामग्री की खरीदारी करने को लेकर वार्ड पार्षदों में विरोधनगर परिषद प्रशासन द्वारा सफाई के लिए सामग्री खरीदने का वार्ड पार्षद विरोध कर रहे हैं. इस संदर्भ में तीस वार्ड पार्षदों का कहना है कि जब नगर परिषद क्षेत्र की सफाई डोर टू डोर कराई जा रही है तो फिर अनाचश्यक रूप से ट्रैक्टर, जेसीबी आदि खरीदने से बिहार वित्त वियमावली का विरोध होगा. वार्ड पार्षद शाह आलम, चमन आरा, राजकुमार बांसफोर, पूजा देवी, पल्लवी प्रिया, मो. शहाबुद्दीन सिद्दीकी, राजा राम कुमार, शयदा खातून, रीना देवी व अन्नू देवी समेत 30 वार्ड पार्षदों का कहना है कि नगर परिषद के ईओ ने बताया कि सफाई उपकरण खरीदने के लिए नगर परिषद के पास 40 करोड़ रुपये हैं.