नालंदा न्यूज़: प्रखंड में तीन महीने में चार लोगों की हत्या हुई है. अब तक किसी का सुराग नहीं मिला. चंडी मौ गांव में दो युवकों की लाश एक साथ बरामद हुई थी. इसमें भी पता नहीं चला कि उनकी मौत कैसे हुई. हत्या हुई तो किसने और क्यों की. मामला अनसुलझा रह गया.
इनमें से एक युवक अपने मां-बाप का इकलौता पुत्र था. उसकी मां इंसाफ के लिए कभी थाना तो कभी अधिकारियों के दरवाजे पर भटक रही है. चंडी मौ गांव में 20 जनवरी को दो युवकों की लाश मिली थी. परिजन पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं. मृतक सौरभ और चंद्रमणि था. मां ने बताया कि 15 जनवरी का गांव में श्राद्ध कार्यक्रम से लौटा था. उसके बाद छोटू से मिलने की बात कहकर घर से निकला और वापस नहीं लौटा. 16 जनवरी को थाना में आवेदन दिया. 20 को पंचाने नदी के पास झाड़ी में लाश मिली. छोटू को पकड़कर ग्रामीणों ने पुलिस को सौंप दिया. तीन अन्य आरोपित थे. थाना प्रभारी बदलते ही मामला ठंडे बस्ते में चला गया. सभी फरार हैं. एसपी से लेकर सीएम तक से गुहार लगा चुके हैं.
ताड़ी कारोबारी की बेरहमी से हुई थी हत्या 14 मार्च की सुबह लक्ष्मीपुर गांव के पहेतिया मोड़ के पास ताड़ी कारोबारी खेलावन चौधरी की बेरहमी से हत्या हुई थी. बदमाशों ने पहले तेजधार हथियार से उनका गला रेता. इससे भी मन नहीं भरा तो गोलियों से भून दिया. इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी थी.
इस मामले में भी पता नहीं चला कि किसने हत्या की. 28 फरवरी को सीमा गांव में शादी समारोह के दौरान युवक को गोली मारी गयी. आरोपित कट्टा और कारतूस फेंककर भाग गया. लिखित एफआईआर होने के बाद भी आरोपित पकड़ा नहीं गया. डीएसपी प्रदीप कुमार ने बताया कि पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. पुख्ता साक्ष्य हाथ लगते ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.