मुजफ्फरपुर: दयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2014 में दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. हर गरीब के खाते में 15-15 लाख रुपए भेजने का वादा किया था. रोजगार मिलने की बात तो दूर, केंद्रीय नौकरियों में 2014 के बाद से पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई. ठीक उसी प्रकार काला धन तो वापस नहीं आया मगर केन्द्र सरकार की नाक के नीचे से देश के तीन बड़े पूंजीपति हजारों करोड़ रुपए लेकर विदेश भाग गए.
आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने कहा था, न खाएंगे न खाने देंगे, मगर आज वास्तविक स्थिति ठीक इसके विपरीत है. जदयू मुख्यालय में ललन सिंह प्रदेश जदयू के सहकारिता प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता प्रशिक्षण सह सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिकों द्वारा चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग कराई गई लेकिन प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिक की इस मेहनत पर अपना प्रचार शुरू कर दिया. श्री सिंह ने बिहार की विकास दर के 11 फीसदी पहुंचने का श्रेय राज्य के अन्नदाताओं को दिया. कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार वादानुसार काम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ नरेन्द्र मोदी चुनाव बाद अपने वादों को जुमला करार देते हैं. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसानों को सशक्त बनाने का ऐतिहासिक काम किया है. जब केंद्रीय कृषि मंत्री का पदभार ग्रहण किया तो देश के किसानों के लिए कृषि नीति बनाई. जब बिहार की बागडोर संभाली तब उनके प्रयासों से बिहार को चार बार कृषि कर्मण पुरस्कार से नवाजा गया. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए संकल्पित हैं. पहले से चौथा कृषि रोडमैप इसका प्रमाण है. प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोज कुमार ने अध्यक्षता की.
किसानों को ललन सिंह ने सम्मानित किया: सम्मान समारोह में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने स्वाति यादव (लखीसराय), इंदर कोरा (मुंगेर), भोला महतो (सिवान), विजय गिरि (पश्चिम चंपारण), लता देवी (बांका), राज कुमार यादव (जमुई), हेमचंद्र ठाकुर (मधुबनी), अंजु कुमार (समस्तीपुर), कौशल कुमार (रोहतास), विजय कुमार सिंह (जमुई), नीरज कुमार (लखीसराय) को सम्मानित किया.