पटना: एक वेबसाइट के जरिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया साइबर अपराधियों ने राजीव नगर के रहने वाले सौरभ कुमार के व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर घर से काम करने और पैसा कमाने से संबंधित मैसेज भेजा. उन्होंने 11 हजार निवेश करने पर तीन हजार रुपये कमाने का झांसा दिया. पीड़ित ने एक वेबसाइट के जरिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया. 10 जून से रुपये के लेन-देन का सिलसिला जारी हुआ.
पीड़ित ने पहली बार में 11 हजार रुपये वेबसाइट के जरिए बने वॉलेट में जमा किये. इसके बाद साइबर अपराधियों ने 21 हजार रुपये जमा करने को कहा. भरोसा में लेने के लिये पीड़ित को 51 हजार रुपये वापस किये गये. 12 जून को फिर 11 हजार रुपये वॉलेट में जमा करने के लिये साइबर अपराधियों ने कहा. बीते 28 जुलाई तक 19 लाख रुपये पीड़ित ने जमा कर दिये. इसके बाद साइबर अपराधियों ने उनसे 44 लाख रुपये जमा होने की बात कही. लेकिन उसे देने से पहले उनसे 22 लाख रुपये की डिमांड की गई. इसके बाद पीड़ित समझ गये कि उनके साथ ठगी हुई है. उन्होंने राजीवनगर थाने में केस दर्ज करवाया.
दोस्तों व रिश्तेदारों से कर्ज लेकर बुद्धा कॉलोनी के रहने वाले प्रभाश चंद्र ने साइबर अपराधियों के खाते में 6 लाख रुपये जमा कर दिये. साइबर अपराधियों ने उन्हें इंस्ट्राग्राम एप पर पार्ट टाइम नौकरी करने और हर रोज 4 से 5 हजार रुपये कमाने का झांसा दिया. इसके बाद उनके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर साइबर अपराधियों ने एकाउंट बनाया. फिर साइबर अपराधियों ने उन्हें वेबसाइट का लिंक भेजकर वेबसाइट पर अपना एकाउंट लॉग इन करने को कहा. इसके बाद उन्हें रेटिंग का काम शुरू करने को कहा गया. पीड़ित ने जैसे ही खाता खोला उनके एकाउंट में पहले से 10 हजार रुपये जमा थे. रेटिंग का काम करने पर उन्हें एक हजार रुपये मिले. इसके बाद उन्हें रेटिंग कर लाखों रुपये कमाने का झांसा दिया गया. यह सुनकर पीड़ित साइबर ठगों की बातों में आ गये. बीते 5 अगस्त को उन्होंने रिश्तेदारों से कर्ज लिया और 6 लाख रुपये जमा कर दिये. दोबारा उन्हें रेटिंग का काम मिला. साइबर अपराधियों ने उन्हें 9 लाख रुपये जमा करने को कहा. यह सुनते ही पीड़ित को शक हुआ. बाद में उन्हें पता चला कि वे ठगी का शिकार हो गये हैं.