रोहतास: सासाराम नगर निगम फेज-2 में अब 25 किलोमीटर की दूरी में ड्रेनेज का निर्माण किया जाएगा. इस ड्रेनेज के निर्माण होने से नगर निकाय क्षेत्र में जलजमाव की समस्या से निजात मिलेगी. नगर निगम में शामिल नए गांवों अथवा पंचायतों को भी ड्रेनेज निर्माण के लिए नये डीपीआर में शामिल किया जाएगा. ताकि नगर निगम कुल 48 वार्डों में जलजमाव की समस्या से लोगों को निजात मिल सके.
पहले फेज-2 में 12 किलोमीटर की दूरी में ड्रेनेज निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया था. जिस पर करीब 75 करोड़ रुपए खर्च होने थे. लेकिन नगर विकास व आवास विभाग ने पूर्व में भेजे गए डीपीआर में संशोधन करते हुए पुन बदलाव करने का निर्देश जारी किया है. नगर निगम क्षेत्र में करीब 10 पंचायतों को शामिल किया गया है. लेकिन उन पंचायतों के हर गांवों में ड्रेनेज निर्माण के लिए फेज-2 में शामिल नहीं किया गया था. लेकिन अब संशोधित डीपीआर में उन पंचायतों को भी शामिल किया जाएगा. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संशोधित डीपीआर में करीब 25 किलोमीटर की दूरी में ड्रेनेज का निर्माण किया जाएगा. जिस पर करीब 150 से 200 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है. इसे लेकर नगर निगम की मेयर समेत अन्य अधिकारियों की टीम ने निगम में शामिल नये वार्डों का भ्रमण भी की थी. ताकि ड्रेनेज निर्माण के लिए डीपीआर तैयार किया जा सके. उम्मीद जतायी जा रही है कि अब फेज-2 का संशोधित डीपीआर का प्रस्ताव भेजते ही नगर विकास व आवास विभाग से स्वीकृति मिलेगी. ड्रेनेज का दायरा भी बढ़ जाएगा. पहले फेज-2 में गौरक्षणी, कुशवाहा सभा भवन से लेकर शांति प्रसाद जैन के अलावे शहर के ही कुछ मोहल्लों को शामिल किया गया था. अब बेदा, बेलाढ़ी, तकिया सलीम शाह का तालाब के समीप आदि अन्य भागों को भी शामिल किया जाएगा.
सासाराम नगर निगम के नगर आयुक्त यतेन्द्र कुमार पाल ने कहा कि सासाराम नगर निगम क्षेत्र में फेज-2 में ड्रेनेज निर्माण के लिए भेजे गए प्रस्ताव में संशोधित करने का निर्देश दिया गया है. जिस पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. पहले 12 किलोमीटर का ही प्रस्ताव भेजा गया था. अब इसकी दूरी दोगुनी होगी. इंजीनियरों की टीम स्थल भ्रमण कर डीपीआर में संशोधन करने पर काम कर रही है.