बिहार

ओपीडी में मौसमी बीमारियों के 20 मरीज

Admin Delhi 1
9 Aug 2023 6:31 AM GMT
ओपीडी में मौसमी बीमारियों के 20 मरीज
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दरभंगा: मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव होने के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं. बीमार पड़ने वालों में सभी उम्र वर्ग के लोग शामिल हैं. बच्चों में जहां सर्दी-खांसी और निमोनिया की शिकायत मिल रही है, वहीं कई लोग आई फ्लू के भी शिकार हो रहे हैं. ऐसे में सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी चिकित्सकों के पास भी मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है.

डीएमसीएच ओपीडी में आने वाले मरीजों में मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या 20 प्रतिशत से अधिक बतायी जा रही है. हालांकि डीएमसीएच सेंट्रल ओपीडी बंद रहने के कारण अधिकतर मरीज निजी चिकित्सकों से इलाज कराने पहुंचे. वर्तमान में शहरी क्षेत्र समेत जिलेभर में बड़ी संख्या में लोग आई फ्लू से ग्रसित हो रहे हैं. शहर में रोज लगभग एक सौ मरीज चिकित्सकों के पास इलाज के लिए पहुंच रहे हैं.

शहर के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एमके शुक्ला ने कहा कि मौसम में परिवर्तन के कारण बच्चे बीमार पड़ रहे हैं. अधिकतर बच्चों में सर्दी-खांसी, बुखार और निमोनिया जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं. हालांकि इस तरह की बीमारी तीन से चार दिनों में ठीक भी हो जाती है. लेकिन इस दौरान अभिभावकों को बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है. अगर नवजात को निमोनिया की शिकायत होती है तत्काल शिशु रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए, अन्यथा स्थिति बिगड़ सकती है. डॉ. शुक्ला ने कहा कि अगर बच्चा मां का दूध लेता है तो बच्चे के बीमार होने की स्थिति में भी मां अपना दूध बच्चे को देती रहे. मां का दूध किसी भी कीमत पर बंद नहीं करना है. मां को भी संक्रमण से बचने की जरूरत है.

उधर, डीएमसीएच के नेत्र रोग विभाग के पूर्व अध्यक्ष व आईएमए के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमण वर्मा ने कहा कि मौसम बदलने के कारण इन दिनों लोग आई फ्लू से ग्रसित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह बीमारी आई फ्लू से ग्रसित लोगों के संपर्क में आने से होती है. कोई भी ऐसा व्यक्ति जो आई फ्लू से ग्रसित हो, उसके संपर्क में आने से यह बीमारी फैल सकती है. इसलिए संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से बचना चाहिए. अगर किसी को यह संक्रमण हो गया है तो उसे अविलंब चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. खासकर आंख के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती चाहिए.

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