बिहार

फर्जी वाहन बीमा बेच 1995 लोगों से ठगी

Admindelhi1
6 March 2024 6:22 AM GMT
फर्जी वाहन बीमा बेच 1995 लोगों से ठगी
x
3 करोड़ 12 लाख का चूना लगाया

पटना: साइबर ठगों ने एक निजी इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर फर्जी वाहन बीमा बेचकर 3 करोड़ 12 लाख 23 हजार 316 रुपये की ठगी की. संगठित गैंग ने देश भर में छह हजार 3 फर्जी बीमा बेचीं. इसमें सबसे ज्यादा बिहार के लोगों को चूना लगाया गया.

बिहार में 1995 जाली बीमा के फर्जी कागजात देकर लोगों से रुपये वसूल लिये गये. सभी जाली इंश्योरेंस दो पहिया वाहनों के नाम पर दी गईं.

ऐसे हुआ खुलासा जब एक ही कागजात पर इतने सारी गाड़ियों के इंश्योरेंस की बात कंपनी के अफसरों को मिली तो उन्होंने आंतरिक जांच शुरू की. ठगी का खुलासा होने के बाद कंपनी के रीजनल सेल्स मैनेजर ने पटना के साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया. अब पुलिस तकनीक का इस्तेमाल कर यह पता लगा रही है कि ठग कहां के हैं और कौन हैं.

ब्रोकर्स कंपनी का इस्तेमाल ठगों ने कारनामे को अंजाम देने के लिये एक निजी बीमा ब्रोकर्स कंपनी के ऑनलाइन पोर्टल का इस्तेमाल किया. एफआईआर में यह जिक्र है कि ब्रोकर्स कंपनी के पोर्टल का उपयोग कर ठगों ने बीमा कंपनी को भी चूना लगा दिया.

ठगों ने निजी इंश्योरेंस ब्रोकर्स कंपनी के ऑनलाइन पोर्टल का इस्तेमाल कर चार की जगह दो पहिया वाहनों की विवरणी दी गई. दरअसल दो पहिया वाहनों के इंश्योरेंस में प्रीमियम कम लगता है. ठगों ने ग्राहकों को धोखे से जाल में फंसाया और चार पहिया गाड़ियों के फॉर्मेट में दो पहिया वाहनों का जिक्र कर बीमा पॉलिसी के कागजात दे दिये गये. पॉलिसी को लेने के लिये एक ही पैन, मोबाइल नंबर, यूपीआई आईडी और ई-मेल आईडी का इस्तेमाल किया गया.

Next Story