राजेंद्र चौक पर स्थापित की जाएगी 16 फीट ऊंची मां दुर्गे की प्रतिमा
सिवान: अनुमंडल मुख्यालय के राजेंद्र चौक पर आकर्षक पूजा पंडाल में देवी दुर्गा विराजमान होंगी. शहर के मुख्य स्थलों में एक राजेंद्र चौक की दुर्गा पूजा हमेशा आकर्षण का केंद्र होती है. नवरात्रि में यहां की संध्या आरती में भक्तों की भीड़ देखते बनती है. शहर में आधा दर्जन जगहों पर भव्य पूजा पंडाल में मां की पूजा होती है. लेकिन, मुख्य चौक होने के चलते यहां की पूजा भक्तों को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है. यहां पुजा श्री दुर्गा पूजा सेवा समिति के तत्वधान में 1972 से हो रहा है. पूजा पंडाल बनाने का कार्य प्रारंभ हो गया है. प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य पंडाल व भव्य मूर्ति का निर्माण कराया जा रहा है. दरौंदा प्रखंड के सिरसाव गांव के मूर्तिकार शीत कुमार मां दुर्गा, मां लक्ष्मी, मां सरस्वती, गणेश जी महाराज, कार्तिकेय जी व अन्य देवी देवताओं की भव्य मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं. मां दुर्गे की प्रतिमा शेर संग सवारी करती 16 फीट की बन रही है. समिति के आयोजक शारदीय नवरात्र को यादगार बनाने में जी जान से जुट गए हैं. भव्य व आकर्षक पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. स्थानीय प्रखंड के विशुनपुर गांव के गोलू टेंट हाउस के धर्मेंद्र यादव कोलकाता के कारीगरों के साथ काम कर रहे हैं. पंडाल निर्माण के साथ लाइट, साउंड व सजावट का काम भी गोलू टेंट हाऊस के जिम्मे है.
पार्किंग की व्यवस्था भी की गई
पार्किंग के लिहाज से यह जगह सबसे सुरक्षित है. जहां दर्शनार्थियों के वाहन पार्क हो जाते हैं. पूजा पंडाल के पीछे पार्किंग की व्यवस्था के लिए काफी जगह है. दर्शन को लेकर यहां जाम नहीं लगता है. पूजा पंडाल चौक पर होने के चलते हर रास्ते पर पार्किंग की अच्छी सुविधा रहती है.
क्या कहते हैं आयोजन समिति के अध्यक्ष
श्री दुर्गा पुजा सेवा समिति के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने बताया की राजेंद्र चौक पर 1972 से दुर्गा पुजा की परंपरा है. प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी आचार्य प्रेम प्रकाश मिश्रा के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन प्रारम्भ होगा. मुख्य पुजारी सुनील कुमार पहले की तरह इस वर्ष भी रहेंगे. अखाड़ा के लाइसेंसी भी सुनील कुमार ही बने रहेंगे.
प्रसाद की व्यवस्था बेहतर की जाएगी
शहर में सबसे अधिक भीड़ वाले पूजा पंडाल होने के चलते प्रसाद में अधिक खर्च भी लाजिमी है. महंगाई के हिसाब से हर साल प्रसाद की व्यवस्था में खर्च बढ़ जाता है. इस साल भी इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. वावजूद भक्तों के बीच प्रसाद वितरण के खर्च के वहन में आस्था के आगे महंगाई का कोई असर नहीं दिखता है.
भीड़ प्रबंधन के लिए स्वयंसेवक भी लगाए जाएंगे
शहर का मुख्य चौक होने के चलते श्रद्धालुओं की भीड़ जुटाने के मामले में यहां की दुर्गा पूजा सुविख्यात है. दोनों समय की आरती यहां देखते बनती है. समिति के सदस्यों ने बताया कि श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित करने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ स्वयंसेवक भी लगते हैं. महिला व पुरुष अलग-अलग कतारबद्ध होकर माता का दर्शन करते हैं.
ये शामिल है पूजा समिति में
● अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद
● सचिव ओमप्रकाश लोहा
● कोषाध्यक्ष बबलू व्याहुत,
विनय कुमार
राजेंद्र चौक पर 1972 से हो रही है दुर्गा पूजा
शहर के राजेंद्र चौक पर 1972 से दुर्गा पूजा का आयोजन होते आ रहा है. श्री दुर्गा पुजा सेवा समिति के व्यस्थापक हरिशंकर प्रसाद, प्रभू प्रसाद, प्रवीण कुमार बाबा, लखन कुमार, गाया प्रसाद, राजेश प्रसाद, अनिल प्रसाद, सन्नी कुमार, ऋषभ कुमार, मुकेश कुमार, अजय कुमार, लाला कुमार, डब्लू कुमार, धनंजय सिंह, दिलीप कुमार सिंह, विकास कुमार, बिट्टू कुमार, उमेश कुमार, संतोष प्रसाद, नीरज सिंह, प्रमोद कुमार व रंजीत कुमार ने बताया कि इस वर्ष की पूजा में 8 लाख से अधिक रुपये खर्च होने का अनुमान है.