मोतिहारी न्यूज़: बिहार विशेष सैन्य पुलिस 7 के तत्वावधान में के पूर्व संध्या पर वाहिनी के 15सौ जवानों को जैविक कृषि के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. चांदमारी बट के समीप जय जवान, जय किसान व जय विज्ञान थीम के तहत जैविक खेती के बारे में विशेष जानकारी पूर्णिया कृषि महाविद्यालय, कृषि विभाग पूर्णिया कृषि विज्ञान केंद्र, जिला उद्यान विभाग के वैज्ञानिक , प्रध्यापक और प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों द्वारा दिया गया.
मौके पर बतौर मुख्य अतिथि नगर निगम के मेयर उषा देवी अग्रवाल और पूर्णिया कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. परसना ने भाग लिया. मेयर ने कहा कि जैविक कृषि की पहल एक अच्छी पहल है. उन्होंने बीएमपी समादेष्टा दिलनवाज अहमद से जैविक खेती के उपज का स्टॉल नगर निगम क्षेत्र में लगाने की अपील की. मौके पर भोला नाथ शास्त्री कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पारसना ने कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देना आज की जरूरत है. जैविक खेती में न केवल जैविक खाद बल्कि जैविक कीटनाशक का प्रयोग करना चाहिए. उन्होंने नीम, गाय के गोबर, मुत्र और चूना के अलावा तंबाकू के पौधा के डंटल व अन्य प्राकृतिक सामाग्री से कीटनाशक बनाने की जानकारी दी. वरीय वैज्ञानिक एवं कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान कुमारी शारदा ने बीएमपी समादेष्टा की पहल की सराहना करते हुए कहा कि जैविक खेती के लिए प्रशिक्षण जरूरी है. उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र की योजनाओं की चर्चा करते हुए चार प्रकार की मशरूम की खेती करने की सलाह दी. कृषि कालेज के डॉ. अनिल ने जवानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण जैसी सोच को सलाम करते हुए जवानों को करैला, लॉकी, खीरा, भिंडी के अलावा अन्य सब्जियों की खेती करने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि उत्पादकता के लाभ को बढ़ाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि कटिहार में 32 हजार हेक्टेयर जमीन पर जलजमाव होती है. इसका प्रयोग मखाना, सिंहारा और मछली उत्पादन के लिए किया जा सकता है. खाली जमीन पर सहजन की खेती करने पर बल दिया