पटना: डाक विभाग की ओर से दो महीने में 11 लाख से अधिक मतदाता पहचान पत्र (ईपिक) स्पीड पोस्ट के माध्यम से आवेदकों के घर तक पहुंचाए गए हैं. भारत निर्वाचन आयोग ने डाक विभाग बिहार सर्किल के अंतर्गत आने वाले विभिन्न डाकघरों में मतदाता पहचान पत्र बनाने वाले लोगों को उनके पते पर मतदाता पहचान पत्र भेजने के लिए बुकिंग करायी है.
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है डाक विभाग मतदाताओं के पते पर तेजी से ईपिक पहुंचा रहा है. डाक विभाग बिहार सर्किल के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में दिसंबर तक स्पीड पोस्ट के माध्यम से 3 लाख 57 हजार 0 मतदाता पहचान पत्र आवेदकों के पते पर भेजे गए हैं. दिसंबर में इनकी संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी हुई. दिसंबर में हुए जागरूकता कार्यक्रम के बाद जनवरी में 7 लाख 55 हजार मतदाता पहचान पत्र डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट से भेजा. दो महीने में 11 लाख 12 हजार 0 मतदाता पहचान पत्र पहुंचाया गया. बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग ने तीन साल पहले स्पीड पोस्ट से ईपिक घर के पते तक पहुंचाने की सुविधा शुरू की थी.
सतत विकास में रुझान पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई: मगध महिला कॉलेज में हरित रसायन विज्ञान और सतत विकास में रुझान पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई. संगोष्ठी एमएमसी के आईक्यूएसी और इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन, पटना चैप्टर, बिहार के सहयोग से कॉलेज के रसायन विज्ञान विभाग की ओर से आयोजित की गयी. उद्घाटन के मौके पर कॉलेज की प्राचार्या प्रो. नमिता कुमारी ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में सतत विकास प्रासंगिक है. एनआईटी के डॉ. सुब्रत दास ने दृश्य प्रकाश संचालित कार्बनिक परिवर्तन की तकनीकी पहलुओं पर व्याख्यान दिया.