किराए में चल रहे हैं 105 आंगनबाड़ी, शिकायत मिलने पर होती है जांच सीडीपीओ
सिवान न्यूज़: प्रखंड में 156 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं. इनमें अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना भवन तक नहीं बन पाया है.
वहीं पुराने भवनों को विभाग द्वारा रिपेयर करा कर काम लिया जा रहा है. इनमें आज भी 105 आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना कोई निजी भवन नहीं है. वह किराए व निजी मकानों में चल रहे हैं. जबकि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार करीब 31 आंगनबाड़ी केंद्रों के पास ही अपना भवन है. आंगनबाड़ी केंद्रों पर नैनिहालों को बांटे जाने वाले मेन्यू का पालन नहीं कर कर्मियों द्वारा उदासीनता बरती जाती है. प्रखंड में कहीं भी विभाग द्वारा जारी मेन्यू के हिसाब से नौनिहालों को भोजन नहीं मिल पाता है. वहीं पोषाहार के नाम पर विभागीय खानापूर्ति की जाती है. इससे राज्य सरकार द्वारा बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए जारी निर्देशों का उल्लंघन होता है. सीडीपीओ का कहना है कि नियमित तौर पर सभी केंद्रों का गहनता से निरीक्षण किया जाता है और किसी भी केंद्र पर अनियमितता पाए जाने पर उस पर कार्रवाई की जाती है.
मातृत्व व लाडली योजना का लोगों को मिला है लाभ सरकार की बहु प्रतीक्षित योजनाओं में से एक मातृत्व योजना का लाभ आईसीडीएस विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को दिया जा रहा है. इनमें गर्भवती महिलाओं को पांच हजार प्रोत्साहन राशि जबकि कन्याओं के लिए दो हजार जमा करने की स्कीम राज्य सरकार की तरफ से दी जाती है.
कागजों पर किया जाता है विभागीय काम राज्य सरकार द्वारा दिये गए निर्देशों के अनुसार प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्कूल पूर्व शिक्षा, टीकाकरण, रेफरल सेवा, किशोरी के लिए स्वास्थ्य व पोषण, बच्चों, गर्भवती व प्रसूति महिलाओं की नियमित स्वास्थ्य जांच जैसी सुविधा दी जाती है.
ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी केंद्र पर नैनिहालों की संख्या 5 और 10 से अधिक नहीं है व किसी भी केंद्र पर मेन्यू के हिसाब से खाना नहीं बनता है.